अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी दिग्गज TPG की तरफ से श्रीराम फाइनैंस की हिस्सेदारी बेचने के एक दिन बाद पीरामल एंटरप्राइजेज इस कंपनी की पूरी 8.34 फीसदी हिस्सेदारी बुधवार को ब्लॉक डील के जरिये बेचने की योजना बना रही है।
कंपनी ने संस्थागत निवेशकों को 4,832 करोड़ रुपये के 3.1 करोड़ शेयरों की पेशकश की है। मंगलवार को श्रीराम फाइनैंस का शेयर 1,559 रुपये पर बंद हुआ और सौदे के लिए फ्लोर प्राइस 1,483 रुपये तय किया गया है, जो आज के बंद भाव के मुकाबले 5 फीसदी कम है। पीरामल एंटरप्राइजेज का शेयर आज 6 फीसदी चढ़कर 838 रुपये पर बंद हुआ।
श्रीराम समूह के पुनर्गठन के बाद पीरामल एंटरप्राइजेज को श्रीराम समूह की कई कंपनियों में हिस्सेदारी मिली थी, जिसमें BSE में सूचीबद्ध श्रीराम फाइनैंस की 8.34 फीसदी हिस्सेदारी और तीन होल्डिंग कंपनियों श्रीराम जीआई होल्डिंग्स प्राइवेट, श्रीराम एलआई होल्डिंग्स प्राइवेट और श्रीराम इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स में 20-20 फीसदी हिस्सेदारी मिली थी। इसके साथ पीरामल के पास श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी का 13.33 फीसदी और श्रीराम लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का 14.91 फीसदी स्वामित्व है।
सोमवार को TPG ने श्रीराम फाइनैंस की पूरी 2.65 फीसदी हिस्सेदारी ब्लॉक डील के जरिये म्युचुअल फंडों व अन्य संस्थागत निवेशकों को बेची थी।
पीरामल ने साल 2013 में श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनैंस की 10 फीसदी हिस्सेदारी 1,636 करोड़ रुपये में खरीदी थी और एक साल बाद श्रीराम कैपिटल की 20 फीसदी हिस्सेदारी 2,014 करोड़ रुपये में और श्रीराम सिटी यूनियन की 10 फीसदी हिस्सेदारी 790 करोड़ रुपये में खरीदी थी।
साल 2017 में श्रीराम समूह ने श्रीराम कैपिटल व IDFC बैंक के बीच विलय की कोशिश की थी, लेकिन सौदा नहीं हो पाया। तब पीरामल समूह ने हिस्सेदारी बनाए रखने का फैसला लिया और तब से निवेश निकासी का मौका तलाश रहा था। साल 2021 में कंपनी ने दिवालिया कंपनी DHFL का अधिग्रहण लेनदारों को 14,700 करोड़ रुपये के नकद भुगतान पर किया।
2023 की सालाना रिपोर्ट में पीरामल ने कहा है कि उसने श्रीराम एलआई होल्डिंग्स प्राइवेट, श्रीराम जीआई होल्डिंग्स और श्रीराम इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स की हिस्सेदारी बिक्री के लिए संभावित खरीदारों की तलाश शुरू कर दी है। कंपनी का अनुमान है कि निकट भविष्य में बिक्री का काम पूरा हो जाएगा, जिसमें 2,277.54 करोड़ रुपये निवेश किए गए थे।
चेन्नई मुख्यालय वाले प्रवर्तकों के पास अभी श्रीराम फाइनैंस की 25.1 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि पीरामल समूह के पास 8.3 फीसदी हिस्सेदारी है। यह जानकारी NSE के आंकड़ों से मिली। समूह ने मूल कंपनी से अलग कर अपने दवा कारोबार को सूचीबद्ध कराया है।