टाटा मोटर्स का शेयर गुरुवार को दिन के कारोबार में 9.06 फीसदी गिरकर 684.25 रुपये के 52 सप्ताह के नए निचले स्तर पर आ गया था। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में निराशाजनक नतीजों के बाद कंपनी के शेयर में यह गिरावट आई। शेयर आखिर में 7.37 फीसदी गिरकर 697 पर बंद हुआ और बीएसई पर सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहा। बीएसई का सेंसेक्स 0.30 फीसदी चढ़कर 76,759.81 पर बंद हुआ।
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 22.4 फीसदी घटकर 5,451 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 7,025 करोड़ रुपये था। राजस्व सालाना आधार पर 2.7 फीसदी बढ़कर 1,13,575 करोड़ रुपये हो गया जो इससे पिछले वर्ष में 1,10,577 करोड़ रुपये था।
नुवामा ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में एबिटा में 15 प्रतिशत की सालाना गिरावट का अनुमान जताया था। लेकिन जेएलआर और भारतीय वाणिज्यिक वाहन (सीवी) खंड में उम्मीद से कमजोर प्रदर्शन के कारण एबिटा उसके अनुमान से कम रहा। प्रबंधन ने अपने वित्त वर्ष 2025 के जेएलआर राजस्व अनुमान में 3 प्रतिशत की कटौती की है जिसे ध्यान में रखते हुए नुवामा ने अपने वित्त वर्ष 2025 के एबिटा अनुमान 4 फीसदी तक घटा दिए।
विश्लेषकों को अब वित्त वर्ष 2025 से वित्त वर्ष 2027 तक 2 फीसदी की सुस्त राजस्व और एबिटा वृद्धि का अनुमान है। इसके अलावा, भारत केसीवी खंड में सिर्फ 1 फीसदी सीएजीआर की संभावना है, क्योंकि सड़क निर्माण खर्च में नरमी दिख रही है। लिहाजा, नुवामा ने इस शेयर के लिए अपना कीमत लक्ष्य 750 रुपये से घटाकर 720 रुपये कर दिया है और ‘घटाएं’ रेटिंग बरकरार रखी है।
इनक्रेड इक्विटीज ने कर बाद लाभ (पीएटी) में सालाना आधार पर 24 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया। लेकिन वास्तविक आंकड़े उसके अनुमान की तुलना में 4 फीसदी तक कमजोर रहे। इनक्रेड ने 746 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ इस शेयर पर ‘घटाएं’ रेटिंग बरकरार रखी है।
एमके के विश्लेषकों का मानना है कि तीसरी तिमाही का प्रदर्शन अनुमान के मुकाबले कमजोर रहा है। जेएलआर में औसत बिक्री भाव (एएसपी) में गिरावट के साथ साथ अनुमान से कमजोर मार्जिन वृद्धि की वजह से तिमाही में प्रदर्शन प्रभावित हुआ। जेएलआर के लिए वित्त वर्ष 2025 का राजस्व अनुमान घटाकर 29 अरब पौंड (30 अरब पौंड से) किए जाने के बावजूद एमके ने अपना एबिटा मार्जिन और एफसीएफ लक्ष्य बरकरार रखा है।
मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों का मानना है कि जेएलआर के एबिटा मार्जिन में सुधार काफी हद तक मूल्यह्रास में कमी की वजह से दर्ज किया गया था। उन्होंने प्रमुख क्षेत्रों में कमजोर मांग और लागत वृद्धि की वजह से मार्जिन पर संभावित दबाव की चेतावनी भी दी है। वैश्विक ब्रोकरों ने भी अपने अनुमानों में संशोधन किया है।
मॉर्गन स्टैनली ने इस शेयर के लिए कीमत लक्ष्य 920 रुपये से घटाकर 853 रुपये कर दिया है जबकि ‘इक्वल वेट’ रेटिंग बरकरार रखी है। जेफरीज ने शेयर की रेटिंग ‘खरीदें’ से घटाकर ‘अंडरपरफॉर्म’ कर दी है। गोल्डमैन सैक्स ने 800 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ तटस्थ रेटिंग बनाए रखी है।