अदाणी ग्रुप ने कहा है कि ब्याज (Interest), कर (Tax) एवं ह्रास पूर्व उसकी आय (एबिटा) वित्त वर्ष 2023 में 20 फीसदी बढ़कर 61,200 करोड़ रुपये रह सकती है। ग्रुप ने ऋणदाताओं (lenders) को हाल में लिखे पत्र में ऐसी उम्मीद जताई है। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का यह आंकड़ा 57,299 करोड़ रुपये रहा था। इस साल 31 मार्च तक ग्रुप पर 2.27 लाख करोड़ रुपये कर्ज था।
ग्रुप ने उम्मीद जताई है कि मौजूदा कर्ज बोझ कम किए बिना वह कोई नया ऋण नहीं लेगा। मार्च 2023 में समाप्त वित्त वर्ष में ग्रुप पर शुद्ध कर्ज 1.95 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया है। ग्रुप ने कर्जदाताओं एवं नियामकों को भविष्य के अनुमान को लेकर भेजे पत्र में कहा है कि वित्त वर्ष 2023 में ग्रुप ने 23,590 करोड़ रुपये कर्ज का भुगतान किया है।
अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) अपने निवेशकों से 30 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदेगी। कंपनी इसके लिए चालू वित्त वर्ष में अपने पास उपलब्ध नकदी का इस्तेमाल करेगी।
इस बारे में जब अदाणी ग्रुप (Adani Group) के एक प्रतिनिध से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि निकट अवधि में ग्रुप को पूंजी की जरूरत नहीं है क्योंकि फिलहाल ऋण भुगतान करने की उसकी कोई बाध्यता भी नहीं है। प्रतिनिधि ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू रेटिंग एजेंसियों ने ग्रुप की मौजूदा रेटिंग बरकरार रखी है। यह इस बात का संकेत है कि ग्रुप ऋण चुकाने में पूरी तरह सक्षम है और वह नियमित भुगतान भी कर रहा है।’
इस साल जनवरी में अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग (Hindenburg) की एक रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में धराधड़ी बिकवाली हुई थी। अपनी रिपोर्ट में हिंडेनबर्ग ने ग्रुप पर शेयरों के मूल्यांकन में धांधली का आरोप लगाया था।
ग्रुप ने इन आरोपों से सिरे से इनकार किया था और कहा था कि हिंडेनबर्ग ने एक सोची-समझी रणनीति के साथ ये आरोप लगाए हैं। यह रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद ग्रुप ने चार कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बेच दी थी और इससे प्राप्त रकम से 3 अरब डॉलर के ऋण का भुगतान किया था।
फरवरी में निचले स्तरों पर पहुंचने के बाद ग्रुप के सभी शेयर 47 फीसदी सुधर चुके हैं। कर्जदाताओं को लिखे पत्र में ग्रुप ने कहा कि मार्च 2023 तक कुल सकल परिसंपत्तियों का मूल्य 3.91 लाख करोड़ रुपये था।
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ग्रुप ने बैंकों को बताया कि उसने दीर्घ अवधि के अपने ऋण खातों में लगातार सुधार किए हैं और अन्य संसाधनों से प्राप्त रकम से बैंकों से लिए ऋणों में कमी की है।
31 मार्च 2023 तक कंपनी के ऊपर कुल ऋण में बॉन्ड के जरिये जुटाई गई रकम की हिस्सेदारी 39 फीसदी थी जबकि अंतरराष्ट्रीय बैंकों से उसने 29 फीसदी ऋण लिए थे। इनके अलावा भारतीय बैंकों एवं देसी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से ग्रुप ने 32 फीसदी ऋण लिए हैं। बैठक में कर्जदाता संस्थानों ने कहा कि वे ग्रुप को आवश्यक कर्ज मुहैया कराते रहेंगे।
अपनी कारोबारी योजनाओं पर ग्रुप ने कहा कि उसकी कंपनियां आधारभूतन ढांचे एवं यूटिलिटी में बड़ी परियोजनाओं के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन में दक्ष रही हैं। ग्रुप ने कहा, ‘ग्रुप की कंपनियां अपने मजबूत कारोबार के दम पर विभिन्न परियोजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया है।’