अदाणी ग्रीन एनर्जी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से 6,150 करोड़ रुपये (750 मिलियन डॉलर) से 8,200 करोड़ रुपये (1 बिलियन डॉलर) जुटाने के लिए बोर्ड की मंजूरी लेने के लिए तैयार है। इकॉनोमिक टाइम्स में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक, धन जुटाने की कवायद से परिचत लोगों ने इसकी जानकारी दी।
अदाणी ग्रुप की दो कंपनियों अदाणी एंटरप्राइजेज और अदाणी ट्रांसमिशन को 13 मई को फंड जुटाने के लिए बोर्ड की मंजूरी मिल गई थी। अदाणी एंटरप्राइजेज 12,500 करोड़ रुपये और अदाणी ट्रांसमिशन 8,500 करोड़ रुपये जुटाएगी।
धन जुटाने की यह कवायद विस्तार योजनाओं का समर्थन करने के लिए ‘तीन साल की इक्विटी कुशन’ बनाने के अदाणी ग्रुप की योजना का हिस्सा है। ग्रुप ने पीछले साल इसकी जानकारी दी थी।
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ब्लूमबर्ग के विश्लेषण के अनुसार, अदाणी ग्रीन एनर्जी ने वर्ष 2021 को छोड़कर हर साल अपने बोर्ड से पूंजी जुटाने की अनुमति प्राप्त की है। अदाणी ग्रीन एनर्जी द्वारा जुटाई गई पूंजी का उपयोग 2021 में जारी तीन साल के बॉन्ड के 75 करोड़ डॉलर के बकाया को चुकाने के लिए किया जाएगा।
इकॉनोमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार पैसे को डेडिकेटेड रिडेम्पशन रिजर्व अकाउंट में रखा जा सकता है और नियत तारीख पर भुगतान किया जा सकता है। मूल योजना भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की विशेष मंजूरी के बाद बॉन्ड को प्रीपे करने की थी, लेकिन कंपनी ने इस कदम के खिलाफ फैसला किया। अदाणी ग्रुप के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम नियमित व्यावसायिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करते। व्यावसायिक मामलों पर सभी सार्वजनिक खुलासे उचित होने पर किए जाते हैं।