Adani Group Stocks: अदाणी समूह (Adani Group) के शेयरों में लगातार तीसरे दिन भारी बढ़त दर्ज की गई। हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को आई रिपोर्ट के बाद समूह की सभी कंपनियों के शेयर बुरी तरह लुढ़क गए थे। उनमें से दो कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट की लगभग पूरी भरपाई हो चुकी है।
बंदरगाह से लेकर बिजली तक कारोबार वाले इस समूह के शेयरों को अमेरिकी निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) के दांव से बल मिला है। चर्चा है कि जीक्यूजी ने अदाणी के शेयरों में अपना निवेश बढ़ाया है और वह अदाणी समूह की किसी नई पेशकश में भी वह रकम लगा सकती है।
जीक्यूजी के मुख्य निवेश अधिकारी राजीव जैन ने ब्लूमबर्ग के साथ बातचीत में कहा, ‘पांच साल के भीतर हम अदाणी समूह के सबसे बड़े निवेशकों में शामिल होना चाहते हैं। हम अदाणी समूह की किसी भी नई पेशकश में निस्संदेह साझेदार बनना चाहते हैं।’
जैन ने कहा कि जीक्यूजी ने गौतम अदाणी समूह में अपनी हिस्सेदारी 10 फीसदी बढ़ाई है और उसके शेयरों का मूल्य 3.5 अरब डॉलर हो चुका है। मगर उन्होंने यह नहीं बताया कि किन कंपनियों के शेयर जीक्यूजी ने खरीदे हैं।
मार्च में जीक्यूजी पार्टनर्स ने अदाणी समूह की चार कंपनियों में प्रवर्तकों के 1.87 अरब डॉलर यानी करीब 15,446 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे। अदाणी समूह के बाजार पूंजीकरण में इजाफा होने के साथ ही जैन के नेतृत्व वाली निवेश फर्म के पास मौजूद शेयरों की कीमत भी अच्छी खासी बढ़ गई है। मार्च के बाद अदाणी समूह का बाजार पूंजीकरण करीब 50 फीसदी यानी 3.7 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया है।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट आने के बाद पिछले तीन दिनों में ही अदाणी समूह का बाजार मूल्य 20 फीसदी चढ़ गया है। छह सदस्यीय समिति ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट में कहा है कि हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों को सही ठहराने वाला कोई भी स्पष्ट सबूत उन्हें नहीं मिला है।
बाजार प्रतिभागियों ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित समिति के निष्कर्ष और जीक्यूजी के ताजा निवेश से अदाणी समूह को सहारा मिला है और अमेरिकी शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट के कारण हुए नुकसान की भरपाई करने में उसके शेयरों को मदद मिली है। ऋण बोझ घटाने और गिरवी शेयर छुड़ाए जाने की समूह की पहल से भी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
केआर चोकसी होल्डिंग्स के संस्थापक देवेन चोकसी ने कहा कि अदाणी समूह के कारोबार की बुनियाद मजबूत है और हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद भी मजबूती पहले जैसी ही है। उन्होंने कहा, ‘जो कुछ भी हुआ वह कंपनी के प्रति नजरिये में बदलाव ही था।’