facebookmetapixel
क्या आपका भी गलत ट्रैफिक चालान कट गया है? ऐसे ऑनलाइन कर सकते हैं चैलेंजअक्टूबर में शाकाहारी थाली 17% और नॉन-वेज थाली 12% सस्ती, आलू-प्याज-टमाटर के दाम गिरेBajaj Auto Q2 Results: मुनाफा 53% बढ़कर ₹2,122 करोड़ पर पहुंचा, रिकॉर्ड स्पेयर पार्ट्स बिक्री से बढ़ा ग्रोथ₹200 से कम वाला ये शेयर उड़ान भरने को तैयार, Q2 नतीजों के बाद ब्रोकरेज ने दी BUY रेटिंगSwiggy जुटाएगी ₹10 हजार करोड़: QIP- प्राइवेट ऑफरिंग से होगी फंडिंग, जेप्टो से टक्कर के बीच बड़ा कदमसरकारी कर्मचारी दें ध्यान! अगर UPS अपना रहे हैं तो VRS को लेकर क्या है नियम? जानें सबकुछMarket This Week: ट्रेड डील की उम्मीदों पर भारी FII बिकवाली, सेंसेक्स-निफ्टी 1% फिसले; निवेशकों के ₹4.74 लाख करोड़ डूबेक्या आप अपना हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करने जा रहे हैं? करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी!8th Pay Commission: सिर्फ सैलरी ही नहीं; बोनस, ग्रेच्युटी और कई अन्य भत्तों में भी हो सकती है बढ़ोतरी!सिंगटेल ने भारती एयरटेल में 0.8% हिस्सेदारी बेची, करीब 1.2 अरब डॉलर का सौदा

Turmeric Price: मुनाफावसूली से सस्ती हुई हल्दी, सप्ताह भर में भाव 5 फीसदी गिरे

हालांकि लंबी अवधि में हल्दी के भाव सुधरने की संभावना

Last Updated- October 01, 2024 | 4:38 PM IST
Turmeric price: नई आवक के दबाव में सस्ती हुई हल्दी, 20 दिन में भाव 18 फीसदी गिरे, Turmeric became cheaper due to pressure of new arrivals, price fell by 18 percent in 20 days

बीते कुछ दिनों से हल्दी की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। बाजार जानकारों के मुताबिक इसके दाम घटने की वजह मुनाफावसूली है। बारिश से नुकसान की खबर के कारण हल्दी के दाम तेजी से चढ़ गए थे। इसलिए ऊंचे भाव पर बाजार में मुनाफावसूली चल रही है। छोटी अवधि में हल्दी के भाव और गिर सकते हैं। लेकिन लंबी अवधि में भाव बढ़ने की संभावना है।

हल्दी की कीमतों में कितनी आई गिरावट?

कमोडिटी एक्सचेंज नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) पर हल्दी का अक्टूबर अनुबंध सप्ताह भर पहले 14,530 रुपये के भाव पर बंद हुआ था, यह आज खबर लिखे जाने समय 13,830 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस तरह सप्ताह भर में भाव करीब 5 फीसदी घट चुके हैं। आज भी इसके भाव में करीब 1.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। अगस्त महीने में इसके भाव गिरकर 13,000 रुपये से नीचे चले गए था। लेकिन पिछले महीने बारिश से नुकसान की खबर के बाद भाव बढ़कर 15,000 रुपये करीब पहुंच गए थे।

हल्दी की कीमतों में क्यों आ रही है गिरावट?

कमोडिटी विश्लेषक और एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज लिमिटेड में सीनियर एसोसिएट्स (रिसर्च) रविशंकर पांडेय ने बताया कि बीते दिनों हल्दी के भाव चढ़ गए थे। अब इसमें मुनाफावसूली होने से दाम गिरे हैं। स्टॉकिस्ट माल निकाल रहे हैं। इस साल हल्दी का रकबा 20 फीसदी ज्यादा होने से उत्पादन बढ़ने की संभावना है। बांग्लादेश से हल्दी की निर्यात मांग भी कमजोर है। लिहाजा हल्दी के दाम में सुस्ती देखने को मिल रही है। कमोडिटी विश्लेषक इंद्रजीत पॉल कहते हैं कि पिछले महीने बारिश के कारण हल्दी की फसल को नुकसान की आशंका में इसके भाव में तेजी आई थी। अब ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली से दाम गिरे हैं।

आगे क्या रहने वाले हैं हल्दी के भाव?

पॉल ने कहा कि हल्दी की कीमतों में यह गिरावट स्थाई है। लंबी अवधि में भाव चढ़ सकते हैं। पांडेय कहते हैं कि हल्दी के भाव नीचे में 13,000 रुपये क्विंटल तक जा सकते हैं। लेकिन जिस हिसाब से मराठवाड़ा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के कारण इसकी फसल को नुकसान हुआ है, उससे ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं है। नई फसल आने से पहले एक बार हल्दी के भाव चढ़ सकते हैं।

First Published - October 1, 2024 | 4:38 PM IST

संबंधित पोस्ट