Rabi Crops Sowing: चालू रबी सीजन में फसलों की बुआई के आंकड़े उत्साहजनक है। पिछले साल की तुलना में इस साल रबी फसलों की बोआई में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस सीजन की प्रमुख फसल गेहूं का रकबा काफी तेजी से बढ़ा है। सरसों का रकबा अपने सामान्य रकबे के पार पहुंच गया। दलहन और मोटे अनाजों की बुआई पिछले साल से ज्यादा हो रही है। रबी फसलों का रकबा बढ़ने की वजह अनुकूल मौसम माना जा रहा है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 8 दिसंबर को जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार 5 दिसंबर तक रबी सीजन 2025-26 में 479.02 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बुआई हो चुकी हैं, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 451.12 लाख हेक्टेयर था। चालू रबी सीजन में फसलों की कुल बुआई में 27.89 लाख हेक्टेयर अधिक हुई है। रबी फसलों का सामान्य रकबा 637.81 लाख हेक्टेयर है और अब तक इसके करीब 75 फीसदी हिस्से में फसलों की बुआई हो गई है।
रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल गेहूं का रकबा तेजी से बढ़ा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 5 दिसंबर तक गेहूं का रकबा 23.59 लाख हेक्टेयर बढ़कर 241.40 लाख हेक्टेयर पहुंच गया । पिछले साल की इसी अवधि में 217.81 लाख हेक्टेयर में इसकी बुआई हुई थी। रबी सीजन में गेहूं का सामान्य रकबा 312.35 लाख हेक्टेयर है।
रबी सीजन के फसल बुआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार 5 दिसंबर तक देश में दलहन फसलों का रकबा 106.21 लाख हेक्टेयर पहुंच गया जबकि पिछले साल इस समय तक दलहन फसलों का रकबा 105.78 लाख हेक्टेयर था। दलहन का रकबा पिछले साल की सामान्य अवधि की तुलना में अधिक है। रबी सीजन की प्रमुख दलहन फसल चना का रकबा 2.68 लाख हेक्टेयर बढ़कर 77.84 लाख हेक्टेयर हो गया। हालांकि दूसरे दलहन फसलों का रकबा पिछले साल की सामान्य अवधि की तुलना में थोड़ा कम है। 5 दिसंबर तक मसूर 12.98 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई जबकि पिछले साल इस समय तक 14 लाख हेक्टेयर में मसूर की बुआई हो चुकी थी ।
तिलहन फसलों की बुआई अपने सामान्य रकबे के करीब पहुंच चुकी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 84.14 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलों की बोआई हो चुकी है। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.40 लाख हेक्टेयर अधिक है। प्रमुख तिलहन फसल सरसों की बुआई का रकबा अपने सामान्य रकबे को पार कर गई। रबी सीजन में सरसों का सामान्य रकबा 79.17 लाख हेक्टेयर है जबकि 5 दिसंबर तक देशभर में सरसों की बुआई 79.88 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई। पिछले साल इस समय तक सरसों का रकबा 76.43 हेक्टेयर था। सूरजमुखी और कुसुम का रकबा भी हल्का बढ़ा है।
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चालू सीजन की दूसरी प्रमुख तिलहन फसल मूंगफली के रकबे में इस साल भारी गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले साल इस समय तक मूंगफली का रकबा 2.30 लाख हेक्टेयर पहुंच चुका था जबकि इस साल अभी तक महज 1.80 लाख हेक्टेयर में मूंगफली की बुआई हो सकी है। मूंगफली का सामान्य रकबा 3.69 लाख हेक्टेयर है। इसके अलावा तिल और अलसी के रकबे में भी गिरावट देखने को मिल रही है।
चालू रबी सीजन के दौरान मोटे अनाजों का रकबा बढ़कर 36.286 लाख हेक्टेयर हो गया। इन अनाजों में प्रमुख ज्वार का रकबा बढ़कर 18.088 लाख हेक्टेयर, मक्का बढ़कर 11.41 लाख हेक्टेयर, जौ 5.95 लाख हेक्टेयर, रागी का रकबा बढ़कर 64 हजार हेक्टेयर और बाजरा का रकबा बढ़कर 8 हजार हेक्टेयर हो गया।