facebookmetapixel
उपग्रह की नजर दोपहर तक पर शाम को जल रही पराली‘वंदे मातरम’ पर संसद में तीखी बहस: मोदी ने नेहरू पर साधा निशाना, विपक्ष ने कहा- असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिशबड़े बैंक चाहिए या अधिक फुर्तीले बैंक? तकनीकी बदलाव के बीच बदलाव के लिए तैयार सेक्टरमजबूत आशावाद के बावजूद भारतीय कंपनी जगत निवेश में देरी क्यों कर रहा है?Editorial: इंडिगो संकट ने खोली उद्योग की खामियां — नियम पालन में तंत्रगत नाकामी उजागरपूर्वोत्तर गैस पाइपलाइन ग्रिड आंशिक रूप से शुरू, गुवाहाटी-नुमालीगढ़ सेगमेंट हुआ कनेक्टIPL की ब्रांड वैल्यू में 20 फीसदी गिरावट, 2025 में ब्रांड मूल्य 9.6 अरब डॉलर रहातेलंगाना ने किए करीब 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश समझौते, ग्रीन एनर्जी और डीप-टेक परियोजनाओं को बड़ी बढ़तइंडिगो ऑपरेशनल गड़बड़ी पर DGCA का सख्त रवैया, 500 से अधिक उड़ानों के रद्द होने के बाद कार्रवाई तययूरोपीय संघ के साथ व्यापार वार्ता तेज, मतभेद कम करने पर फोकस

Rabi Crops Sowing: गेहूं, चना और सरसों की बंपर बुआई, मूंगफली के रकबे में भारी गिरावट

इस सीजन की प्रमुख फसल गेहूं का रकबा काफी तेजी से बढ़ा है। सरसों का रकबा अपने सामान्य रकबे के पार पहुंच गया। दलहन और मोटे अनाजों की बुआई पिछले साल से ज्यादा हो रही है

Last Updated- December 08, 2025 | 9:24 PM IST
Rabi Sowing 2025

Rabi Crops Sowing: चालू रबी सीजन में फसलों की बुआई के आंकड़े उत्साहजनक है। पिछले साल की तुलना में इस साल रबी फसलों की बोआई में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस सीजन की प्रमुख फसल गेहूं का रकबा काफी तेजी से बढ़ा है। सरसों का रकबा अपने सामान्य रकबे के पार पहुंच गया। दलहन और मोटे अनाजों की बुआई पिछले साल से ज्यादा हो रही है। रबी फसलों का रकबा बढ़ने की वजह अनुकूल मौसम माना जा रहा है।

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 8 दिसंबर को जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार 5 दिसंबर तक रबी सीजन 2025-26 में 479.02 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बुआई हो चुकी हैं, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 451.12 लाख हेक्टेयर था। चालू रबी सीजन में फसलों की कुल बुआई में 27.89 लाख हेक्टेयर अधिक हुई है। रबी फसलों का सामान्य रकबा 637.81 लाख हेक्टेयर है और अब तक इसके करीब 75 फीसदी हिस्से में फसलों की बुआई हो गई है।

गेहूं का रकबा तेजी से बढ़ा

रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल गेहूं का रकबा तेजी से बढ़ा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 5 दिसंबर तक गेहूं का रकबा 23.59 लाख हेक्टेयर बढ़कर 241.40 लाख हेक्टेयर पहुंच गया । पिछले साल की इसी अवधि में 217.81 लाख हेक्टेयर में इसकी बुआई हुई थी। रबी सीजन में गेहूं का सामान्य रकबा 312.35 लाख हेक्टेयर है।

Also Read: Veg-Non veg Thali Price: नवंबर में खाना हुआ सस्ता, पिछले साल से 13% घटे मांसाहारी और शाकाहारी थाली के दाम 

दलहन फसलों का रकबा बढ़ा

रबी सीजन के फसल बुआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार 5 दिसंबर तक देश में दलहन फसलों का रकबा 106.21 लाख हेक्टेयर पहुंच गया जबकि पिछले साल इस समय तक दलहन फसलों का रकबा 105.78 लाख हेक्टेयर था। दलहन का रकबा पिछले साल की सामान्य अवधि की तुलना में अधिक है। रबी सीजन की प्रमुख दलहन फसल चना का रकबा 2.68 लाख हेक्टेयर बढ़कर 77.84 लाख हेक्टेयर हो गया। हालांकि दूसरे दलहन फसलों का रकबा पिछले साल की सामान्य अवधि की तुलना में थोड़ा कम है। 5 दिसंबर तक मसूर 12.98 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई जबकि पिछले साल इस समय तक 14 लाख हेक्टेयर में मसूर की बुआई हो चुकी थी ।

तिलहन फसलें में सरसों की शानदार बुआई

तिलहन फसलों की बुआई अपने सामान्य रकबे के करीब पहुंच चुकी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 84.14 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलों की बोआई हो चुकी है। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.40 लाख हेक्टेयर अधिक है। प्रमुख तिलहन फसल सरसों की बुआई का रकबा अपने सामान्य रकबे को पार कर गई। रबी सीजन में सरसों का सामान्य रकबा 79.17 लाख हेक्टेयर है जबकि 5 दिसंबर तक देशभर में सरसों की बुआई 79.88 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई। पिछले साल इस समय तक सरसों का रकबा 76.43 हेक्टेयर था।  सूरजमुखी और कुसुम का रकबा भी हल्का बढ़ा है।

Also Read: यूरालकेम के साथ भारत का समझौता: रूस में लगेगा 18 से 20 लाख टन यूरिया क्षमता वाला प्लांट 

मूंगफली के रकबे में भारी गिरावट

चालू सीजन की दूसरी प्रमुख तिलहन फसल मूंगफली के रकबे में इस साल भारी गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले साल इस समय तक मूंगफली का रकबा 2.30 लाख हेक्टेयर पहुंच चुका था जबकि इस साल अभी तक महज 1.80 लाख हेक्टेयर में मूंगफली की बुआई हो सकी है। मूंगफली का सामान्य रकबा 3.69 लाख हेक्टेयर है। इसके अलावा तिल और अलसी के रकबे में भी गिरावट देखने को मिल रही है।

चालू रबी सीजन के दौरान मोटे अनाजों का रकबा बढ़कर 36.286 लाख हेक्टेयर हो गया। इन अनाजों में प्रमुख ज्वार का रकबा बढ़कर 18.088 लाख हेक्टेयर, मक्का बढ़कर 11.41 लाख हेक्टेयर, जौ 5.95 लाख हेक्टेयर, रागी का रकबा बढ़कर 64 हजार हेक्टेयर और बाजरा का रकबा बढ़कर 8 हजार हेक्टेयर हो गया।

First Published - December 8, 2025 | 9:17 PM IST

संबंधित पोस्ट