वैश्विक मंदी की वजह से विदेशों से मांग में आई कमी की वजह से भारत का ऑयलमील (खली) निर्यात जनवरी में 33 प्रतिशत गिर गया। साल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) के आंकड़ों के मुताबिक देश का कुल ऑयलमील निर्यात जनवरी में घटकर 563,723 टन रह गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका निर्यात 829,392 […]
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तापमान में बढ़ोतरी के कारण उत्तर प्रदेश के गेहूं किसान उत्पादन को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि फरवरी माह में अगर बारिश नहीं हुई तो गेहूं उत्पादन में 12-15 फीसदी की गिरावट हो सकती है। गन्ने की कटाई में विलंब के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गेहूं की बुवाई लगभग […]
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कच्चे तेल की कीमतों में हुई भारी गिरावट के बावजूद सरकार ने कर्नाटक के बेलगाम और उत्तर प्रदेश के बरेली में प्रायोगिक आधार पर पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने की शुरुआत कर दी है। सूत्रों ने बताया कि एक महीने पहले शुरू की गई यह योजना जून 2009 तक चलेगी। वाणिज्यिक तौर पर लॉन्च […]
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ऐसे वक्त में जब वैश्विक खदान की बड़ी कंपनिया, डी बीयर्स, रियो टिंटो और बीएचपी बिलिटन ने कच्चे हीरे की आपूर्ति में कमी कर दी है, भारत के जौहरी बेहतरीन तराशे हुए हीरे तैयार कर सकते हैं, जिसका कारोबार दुनिया के पहले हाल ही में लांच किए गए बेल्जियम के नकद ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग केंद्र […]
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देश की लगभग 40,000 करोड़ की पोल्ट्री इंडस्ट्री ने सोया और मक्के की खली को आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत लाने की मांग उठाई है। यह मांग इसलिए उठाई गई है ताकि इन जिंसों की कीमतों पर नियंत्रण बनाया जा सके। इससे इन जिंसों की पोल्ट्री किसानों की पहुंच भी बनी रहेगी। देश के पोल्ट्री […]
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वैश्विक मंदी के चलते क्रय शक्ति में आई कमी की वजह से इस साल कपास की खपत टेक्सटाइल उद्योग में कम रहने का अनुमान है। गुजरात के कपास कारोबारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए अनुमानों के मुताबिक घरेलू टेक्सटाइल मिलों में साल 2008-09 में खपत 1.85 करोड़ से 2 करोड़ गांठ तक हो सकती है। घरेलू […]
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पंजाब के आलू किसानों की दुर्दशा सुधरने का नाम नहीं ले रही है। आलू के बंपर उत्पादन के कारण लागत निकालने को भी तरस रहे किसानों ने अब पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी निर्यात करना बिल्कुल बंद कर दिया है। हालांकि यह इतनी सीमित मात्रा में होती है कि इससे आलू का घरेलू बाजार जरा […]
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अंतरराष्ट्रीय अनाज परिषद के अनुसार (आईजीसी), दक्षिणी गोलार्ध्द की फसलों के खराब मौसम की गंभीर समस्याओं के बावजूद साल 2008 में वैश्विक अनाज उत्पादन में 5.65 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। उत्तरी गोलार्ध्द, खास तौर से चीन में अनुमान से अधिक अनाज का उत्पादन हुआ। साल 2008 में कुल 15,880 लाख टन खाद्यान्न के उत्पादन का […]
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इस साल निर्यातकों और मिल मालिकों ने ग्वारसीड का भंडारण करना शुरू कर दिया है। इसकी वजह यह है कि ग्वारसीड की विदेशों से आने वाली मांग में अचानक बहुत ज्यादा कमी आई है। इसी स्थिति को भांपते हुए निर्यातकों और मिल मालिकों ने इसका भंडारण करना शुरू कर दिया है। पिछले तीन सालों के […]
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वनस्पति घी में ट्रांस फैट की मात्रा अधिक होने के खुलासे के बाद इस उद्योग की हालत खराब है। कारोबारियों को वनस्पति घी के पहले से सिमटते व्यापार पर खतरे के बादल मंडराते दिख रहे हैं। इस नई मुसीबत से बचने के लिए भारतीय वनस्पति निर्माता संघ (वीएमए) ने 11 फरवरी को आपात बैठक बुलाई […]
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