आने वाले दिनों में चीनी खरीदने के लिए आपको अपनी जेबें थोड़ी और ढीली करनी पड़ सकती हैं। थोक बाजार में चीनी पहले ही 23 रुपये प्रति किलोग्राम का आंकड़ा छू चुकी है और जल्दी ही 25 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है। दरअसल, चीनी की खपत से कम उत्पादन की वजह से चीनी […]
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साल 2008 में इस्पात की मांग में काफी तेजी से गिरावट आई और दूसरी छमाही में कीमतें भी धराशाई होती देखी गईं। साल 2008 वैश्विक इस्पात उद्योग से जुड़े लोगों केलिए अविस्मरणीय रहा है। जुलाई से इस्पात की तेजी से घटती मांग उद्योग के लिए क्षतिकारक साबित हुआ है। साल 2008 कर पहली छमाही में […]
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देश के दूसरे सबसे बड़े कमोडिटी कारोबारी मंच नैशनल कमोडिटी ऐंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) ने एक सपतह पहले घटाए गए ट्रांजैक्शन शुल्क को बढ़ा कर पहले जैसा कर दिया है। एनसीडीईएक्स ने नियामक के विरूध्द बंबई उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी जिसे न्यायालय ने अस्वीकार कर दिया। इसे देखते हुए एनसीडीईएक्स ने ट्रांजैक्शन […]
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बिजली की मेगा पावर परियोजनाओं में बढ़ती मांग को देखते हुए देश में थर्मल कोल के आयात में 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है। सिटी ग्रुप के हालिया अनुमान के मुताबिक थर्मल कोल का देश में आयात बढ़कर 2009 में 367 लाख टन हो सकता है, जबकि पिछले साल कुल आयात 337 लाख टन […]
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चना बाजार में आवक के दबाव का असर कीमतों पर पड़ा। इस समय जोरदार आवक का मौसम है और यह दौर मार्च तक जारी रहेगा। मध्य प्रदेश में 25-27 लाख टन चने के पैदावार की उम्मीद है, जिसे कारोबारी और जिंस विश्लेषक बेहतर उत्पादन मान रहे हैं। इसी तरह की रिपोर्ट राजस्थान से भी मिल […]
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कानपुर स्थित नैशनल शुगर इंस्टीटयूट (एनएसआई) ने एक ऐसी हरित तकनीक विकसित की है, जिसके प्रयोग से आलू से बायो-ईंधन बनाने के लिए किया जा सकता है। संस्थान ने सरकार को एक रिपोर्ट भी सौंपी है, जिससे इसका व्यावसायिक इस्तेमाल किया जा सके और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम की जा सके। केंद्र सरकार द्वारा […]
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भारतीय पेंट उद्योग का वर्तमान कारोबार 16,000 करोड़ रुपये है और यह 10-12 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से बढ़ रहा है। उम्मीद की जा रही है कि 2012-13 तक इसका कारोबार बढ़कर 30,000 करोड़ रुपये का हो जाएगा। उद्योग जगत से जुड़े प्रतिनिधियों के मुताबिक इसमें बढ़त की प्रमुख वजह साजसाा और औद्योगिक क्षेत्र में […]
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चीन और अमेरिका की सरकारों द्वारा राहत पैकेज दिए जाने की घोषणा के बाद विकास की रफ्तार बढ़ने और औद्योगिक जिंसों की मांग बढ़ने की उम्मीद के चलते मूल धातुओं की कीमतों में 7 प्रतिशत की तेजी आ सकती है। उम्मीद की नई किरण उस समय निकली, जब अमेरिका के नए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने […]
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इस साल निर्यातकों और मिल मालिकों ने ग्वारसीड का भंडारण शुरू कर दिया है। इसकी वजह यह है कि ग्वारसीड की विदेशों से आने वाली मांग में अचानक बहुत ज्यादा कमी आई है। इसी स्थिति को भांपते हुए निर्यातकों और मिल मालिकों ने इसका भंडारण शुरू कर दिया है। पिछले तीन सालों के दौरान इस […]
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अमेरिका में लीमन ब्रदर्स के धराशायी होने के बाद वर्ष 2008 की दूसरी छमाही में औद्योगिक जिंसों में गिरावट का दौर शुरू हुआ। यह दौर 2009 में भी जारी है और इकनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) के हालिया अनुमान के मुताबिक कच्चे माल के मूल्य सूचकांक में इस साल 41 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। […]
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