नैशनल कमेटी आन टेक्सटाइल ऐंड क्लोदिंग (एनसीटीसी) ने सरकार से विस्कोस स्टैपल फाइबर (वीएसएफ) पर एंटी डंपिंग शुल्क (एडीडी) खत्म किए जाने, वीएसएफ स्पन यार्न की उपलब्धता और कीमत के मसले का समाधान किए जाने की मांग की है। एनसीटीसी के मुताबिक ऐसा करने से ही नौकरियां जाने और वीएसएफ टेक्टलाइल वैल्यू चेन का कामकाज बंद होने से बचाया जा सकता है।
एनसीटीसी का कहना है कि टेक्सटाइल उद्योग कई साल से स्थिरता के संकट से गुजर रहा है। इसकी वजह कच्चे माल की उपलब्धता न होना और अंतरराष्ट्रीय रूप से प्रतिस्पर्धी दाम हैं। भारत में वीएसएफ के दाम ज्यादा होने की स्थिति को देखते हुए वीएसएफ वैल्यू चेन के दिग्गजों- अपैरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (एईपीसी), कॉन्फेडरेशन आफ इंडियन टेक्सलाइल इंडस्ट्री (सीआईटीआई), द क्लोदिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएमएआई), इंडियन स्पिनर्स एसोसिएशन (आईएसए) और पावरलूम डेवलपमेंट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (पीडीईएक्ससीआईएल) ने एनसीटीसी के माध्यम से अपने संयुक्त अनुरोध में प्रधानमंत्री से वीएसएफ के आयात पर एंटी डंपिंग शुल्क हटाए जाने की मांग की है। प्रत्यावेदन के मुताबिक ऐसा करने से ही कपड़ा मंत्रालय की ओर से टेक्सटाइल व अपैरल का निर्यात 2025 तक बढ़ाकर 350 अरब डॉलर करने का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होंने केंद्रीय कपड़ा मंत्री और सचिव से इस मसले पर समर्थन करने को कहा है।