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खरीफ सीजन में बोआई ने पकड़ी रफ्तार, धान और मोटे अनाज का रकबा बढ़ा; तिलहनों में गिरावट

कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक खरीफ सीजन में अब तक कुल बुआई में 4% की बढ़त हुई है, लेकिन तिलहन फसलें पिछड़ती दिख रही हैं।

Last Updated- July 28, 2025 | 7:52 PM IST
Farming
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

चालू खरीफ सीजन में खरीफ फसलों की बोआई खूब हो रही है। पिछले साल की तुलना में अब तक 4 फीसदी ज्यादा खरीफ फसलें बोई जा चुकी हैं। इस सीजन की सबसे बड़ी फसल धान के रकबा में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मोटे अनाज और दलहन फसलों की बोआई भी बढ़ी है। लेकिन तिलहन फसलों की बोआई कमजोर पड़ गई है। कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय  के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 25 जुलाई तक 829.64 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछली समान अवधि में 797.91 लाख हेक्टेयर में बोई गईं इन फसलों से 4 फीसदी अधिक है।

धान का रकबा 13.40 फीसदी बढ़ा

इस साल खरीफ फसलों की बोआई के ताजा आंकड़ों में इस सीजन की प्रमुख फसल धान के रकबा में तेज वृद्धि दर्ज की गई है। 25 जुलाई तक 245.13 लाख हेक्टेयर में धान की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि के 216.16 लाख हेक्टेयर रकबा से 13.40 फीसदी ज्यादा है। इस सीजन में गन्ने का रकबा आधा फीसदी बढ़कर 55.16 लाख हेक्टेयर हो गया है, जबकि कपास का रकबा 2.24 फीसदी घटकर 105.52 लाख हेक्टेयर रह गया।

Also Read: खरीफ फसलों की बोआई ने 11 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान अपनी तेज गति बनाए रखी

दलहन फसलों की बोआई में इजाफा

सरकारी आंकड़ों के अनुसार 25 जुलाई तक 93.05 लाख हेक्टेयर में दलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, जबकि पिछली समान में यह आंकड़ा 89.94 लाख हेक्टेयर था। इस तरह इस साल अब तक दलहन फसलों की बोआई में 3.45 फीसदी इजाफा हुआ है। हालांकि इस सीजन की प्रमुख फसल अरहर के रकबा में गिरावट आई है। इसका रकबा पिछले साल के 37.99 लाख हेक्टेयर से इस साल घटकर 34.90 लाख हेक्टेयर रह गया। उड़द का रकबा भी 1.20 लाख हेक्टेयर घटकर 16.59 लाख हेक्टेयर रह गया। हालांकि मूंग का रकबा 16 फीसदी बढ़कर 30.60 लाख हेक्टेयर हो गया।

मोटे अनाजों के रकबा में भी हुई बढ़ोतरी

कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 25 जुलाई तक मोटे अनाजों का रकबा 3.71 फीसदी बढ़कर 160.72 लाख हेक्टेयर हो गया। मक्का का रकबा 8.43 फीसदी बढ़कर 85.58 लाख हेक्टेयर हो गया। बाजरा व ज्वार के रकबा में भी हल्की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि रागी की बोआई करीब 22 फीसदी घटकर 2.03 लाख हेक्टेयर रह गई।

तिलहन की बोआई में आई गिरावट

खरीफ फसलों के कुल रकबा में भले बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लेकिन तिलहन फसलों की बोआई में कमी आई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 25 जुलाई तक 166.89 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछले साल इसी अवधि के तिलहन रकबा 170.73 लाख हेक्टेयर से 2.24 फीसदी कम है। इस सीजन की प्रमुख तिलहन फसल सोयाबीन की बोआई 3.85 फीसदी घटकर 116.71 लाख हेक्टेयर रह गई। मूंगफली का रकबा एक फीसदी बढ़कर 41.17 लाख हेक्टेयर हो गया। तिल का रकबा 4.34 फीसदी बढ़कर 7.44 लाख हेक्टेयर हो गया।

First Published - July 28, 2025 | 7:52 PM IST

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