डॉलर के मुकाबले रुपया 0.2 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। डीलरों के मुताबिक माह के आखिर की डॉलरों की मांग के कारण अस्थिर कारोबार की वजह से ऐसा हुआ है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते दबाव का भी रुपये पर असर पड़ा है।
शुक्रवार को रुपया 85.45 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जबकि इसके पहले 85.27 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। दिन के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर 85.67 तक गया।
एक सरकारी बैंक के डीलर ने कहा, ‘रुपया एक अंतर के साथ खुला, लेकिन करीब 85 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर प्रतिरोध था।’ उन्होंने कहा, ‘माह के आखिर की डॉलर की मांग थी और कश्मीर में जो हो रहा है, उसे लेकर भी सावधानी बरती गई।’
चालू कैलेंडर वर्ष में रुपया अब तक 0.19 प्रतिशत मजबूत हुआ है। अप्रैल में अब तक रुपये में 0.2 प्रतिशत मजबूती आई है। डीलरों ने कहा कि वहीं दूसरी तरफ 10 साल के बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड की यील्ड 5 आधार अंक बढ़ी क्योंकि डीलरों ने सप्ताहांत के पहले अपनी स्थिति हल्की की। विदेशी बैंकों और प्राथमिक डीलरों ने मुनाफा कमाने के लिए बॉन्ड की बिक्री की, जिससे यील्ड और बढ़ी। शुक्रवार को बेंचमार्क यील्ड 6.36 प्रतिशत पर बंद हुई, जबकि पहले 6.32 प्रतिशत पर बंद हुई थी। कुछ डीलरों ने कहा कि बॉन्ड बाजार भी सावधानी बरत रहा है क्योंकि कश्मीर में तनाव बढ़ रहा है।
एक प्राथमिक डीलरशिप से जुड़े डीलर ने कहा, ‘कुछ मुनाफावसूली हुई है। विदेशी बैंक और पीडी बिकवाली कर रहे थे और सरकारी बैंक खरीद रहे थे। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण भी लोग सप्ताहांत के पहले अपनी पोजिशन हल्की कर रहे थे।’