facebookmetapixel
Vice President Election Result: 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए सीपी राधाकृष्णन, बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिलेनेपाल में सोशल मीडिया बैन से भड़का युवा आंदोलन, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफापंजाब-हिमाचल बाढ़ त्रासदी: पीएम मोदी ने किया 3,100 करोड़ रुपये की मदद का ऐलाननेपाल में हिंसक प्रदर्शनों के बीच भारत ने नागरिकों को यात्रा से रोका, काठमांडू की दर्जनों उड़ानें रद्दUjjivan SFB का शेयर 7.4% बढ़ा, वित्त वर्ष 2030 के लिए मजबूत रणनीतिStock Market Opening Bell: हरे निशान में खुला बाजार, Sensex 81,430 के ऊपर; NIFTY 50 24,970 के करीबGST कटौती से ऑटो सेक्टर को बड़ा फायदा, बाजार पूंजीकरण 3 लाख करोड़ बढ़ाInfosys बायबैक के असर से IT शेयरों में बड़ी तेजी, निफ्टी IT 2.8% उछलाBreakout Stocks: ब्रेकआउट के बाद रॉकेट बनने को तैयार ये 3 स्टॉक्स, ₹2,500 तक पहुंचने के संकेतअगस्त में 12.9 करोड़ ईवे बिल बने, त्योहारी मांग और अमेरिकी शुल्क से बढ़ी गति

भारत करेगा 1.8 करोड़ टन चावल निर्यात, प्रतिबंधों के बावजूद ग्लोबल मार्केट में बनी रहेगी प्रमुख भूमिका: USDA

वैश्विक फसल का रिकॉर्ड उत्पादन मुख्य रूप से भारत, चीन, बांग्लादेश और इंडोनेशिया में उत्पादन बढ़ने की वजह से हो रहा है।

Last Updated- May 14, 2024 | 8:42 AM IST
Basmati rice stuck in Iran-Israel war, 1.5 lakh tonnes of goods stuck at ports: Prices fell by 12%

प्रतिबंधों के बावजूद चावल के वैश्विक बाजार में भारत प्रमुख भूमिका में बना रहेगा। अमेरिका के कृषि विभाग (यूएसडीए) के हाल के अनुमान में कहा गया है कि 2024-25 में भारत करीब 1.8 करोड़ टन चावल का निर्यात करेगा, जबकि 2023-24 में करीब 2 करोड़ टन चावल का निर्यात हुआ था।

इसमें कहा गया है कि वैश्विक व्यापार में भारत के चावल निर्यात का अहम हिस्सा होगा, लेकिन यह भारत द्वारा वित्त वर्ष 2021-22 में किए गए रिकॉर्ड 2.2 करोड़ टन की तुलना में बहुत कम रहेगा।

चावल के वैश्विक बाजारों के बारे में यूएसडीए ने कहा है कि 2024-25 में आपूर्ति, व्यापार, खपत और अंतिम स्टॉक में बढ़ोतरी होगी। 52.76 करोड़ चन के रिकॉर्ड उत्पादन के आंकड़ों के साथ आपूर्ति साल दर साल बढ़ रही है।

वैश्विक फसल का रिकॉर्ड उत्पादन मुख्य रूप से भारत, चीन, बांग्लादेश और इंडोनेशिया में उत्पादन बढ़ने की वजह से हो रहा है।

वैश्विक खपत रिकॉर्ड 52.64 करोड़ टन रहने का अनुमान लगाया गया है, जिसमें सबसे ज्यादा चावल भारत, फिलीपींस, इंडोनेशिया और बांग्लादेश में खाया जाता है।

First Published - May 12, 2024 | 9:53 PM IST

संबंधित पोस्ट