देश में टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने टमाटर की महंगाई से परेशान उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए कदम उठाया है। सरकार ने अपनी एजेंसियों के माध्यम से रियायती दर पर दिल्ली में टमाटर बेचना शुरू कर दिया है। लंबे समय तक चले मॉनसून का टमाटर की फसल पर बुरा प्रभाव पड़ा है। जिससे महीने भर में इसके दाम बढ़कर दोगुने हो गए हैं।
केंद्र सरकार की एजेंसी National Cooperative Consumers’ Federation of India Limited (NCCF) ने आज से 65 रुपये किलो के रियायती भाव पर राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर की बिक्री शुरू की है। उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने NCCF द्वारा रियायती भाव टमाटर बेचने के लिए आज मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
दिल्ली में टमाटर की बिक्री 50 प्रमुख स्थानों पर की जा रही है। NCCF ने सस्ते टमाटर की बिक्री बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत की है। ताकि उपभोक्ताओं को टमाटर की महंगाई से राहत दी जा सके। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में लंबे समय तक मानसून के कारण बारिश और उच्च आर्द्रता की वजह टमाटर की गुणवत्ता प्रभावित हुई है। NCCF प्रमुख शहरों में 35 रुपये किलो के भाव पर प्याज भी बेच रहा है।
महीने भर में देश में टमाटर के दाम दोगुने तक बढ़ चुके हैं। उपभोक्ता मामलों के विभाग के मुताबिक एक महीने पहले देश में टमाटर की मॉडल कीमत (ज्यादातर बिक्री इसी भाव पर होती है) 40 रुपये किलो थी, जो अब बढ़कर 80 रुपये किलो हो गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में इस समय टमाटर का अधिकतम खुदरा मूल्य 120 रुपये किलो हैं। विभाग के मुताबिक दिल्ली के खुदरा बाजार में टमाटर की औसत कीमत महीने भर में 43 रुपये से बढ़कर 90 रुपये किलो गई है। एक महीने में देश भर में टमाटर के औसत खुदरा दाम 44.54 रुपये से बढ़कर 64.72 रुपये किलो हो गए हैं।