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पांच महीने के निचले स्तर पर सोने का भाव

Last Updated- December 14, 2022 | 8:41 PM IST

सोने की कीमतें सोमवार को पांच महीने के निचले स्तर पर आ गई क्योंंकि कोरोना वैक्सीन की उम्मीद में अर्थव्यवस्था में होने वाली मजबूती की संभावना ने सुरक्षित ठिकाने वाली संपत्ति को प्रभावित किया और कीमती धातु अब चार साल में सबसे खराब महीने की ओर बढ़ चली।
हाजिर सोना 0.8 फीसदी टूटकर 1,774.01 डॉलर प्रति आउंस पर आ गया और इस तरह से इस महीने सोने की गिरावट 5.6 फीसदी पर पहुंच गई। इसके साथ ही कीमती धातु ने कारोबारी सत्र के दौरान 2 जुलाई के बाद का सबसे निचला स्तर 1,764.29 डॉलर प्रति आउंस भी छू लिया था।
अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर 0.6 फीसदी टूटकर 1,771.20 डॉलरप्रति आउंस पर आ गया। एक विश्लेषक क्रेग अरलम ने कहा, वैक्सीन की खबर से बाजार में काफी आशावाद देखा गया है और हम डॉलर, ट्रेजरी की तरह सुरक्षित ठिकाने वाली परिसंपत्तियों से कुछ निकासी देख रहे हैं और ये चीजें सोने की कीमतों में प्रतिबिंबित हुई हैं।
डॉलर के ढाई साल के निचले स्तर पर पहुंचने के बावजूद सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। कीमती धातु अगस्त की 2,072.50 डॉलर प्रति आउंस से 300 डॉलर से ज्यादा टूट चुका है। ऐक्टिवट्रेड्स के मुख्य विश्लेषक कार्लो अलबर्टो डी कासा ने एक नोट में कहा, कीमती धातु के अल्पावधि के ट्रेंड ने घटती कीमत के साथ समझौता कर लिया है, हालांकि इसका समर्थन का स्तर 1,850 डॉलर है। इसमेंं कहा गया है, निवेशकों ने अन्य परिसंपत्तियों का रुख किया, जो ज्यादा तेजी से फायदा दे रहे हों। हालांकि उन्हें याद है कि केंद्रीय बैंक कोविड संकट से उबरने के लिए कई साल तक नोट छापने के लिए बाध्य होंगे ताकि अर्थव्यवस्था में सुधार लाया जा सके।
वैक्सीन के कारण आर्थिक सुधार को लेकर पैदा हुए आशावाद से दुनिया भर के शेयर बाजारों का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है।
अन्य धातु की बात करें तो चांदी 2.5 फीसदी टूटकर 22.12 डॉलर प्रति आउंस रही, लेकिन इससे पहले उसमें 3.6 फीसदी तक की गिरावट आई थी। मासिक आधार पर उसमें 6.4 फीसदी की गिरावट आ सकती है। प्लेटिनम 0.8 फीसदी टूटकर 955.99 डॉलर पर रहा जबकि पैलेडियम 1.1 फीसदी गिरकर 2,398.18 डॉलर पर।
कच्चे तेल में गिरावट
सोमवार को तेल कीमतों में इन आशंकाओं की वजह से गिरावट देखने को मिली कि क्या ओपेक+ इस सप्ताह होने वाली वार्ताओं में बड़ी तेल उत्पादन कटौती पर सहमति जताएगा या नहीं, लेकिन टीके की उम्मीदों ने कच्चे तेल को मजबूत बनाए रखा और नवंबर में इसमें 20 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई। जनवरी डिलिवरी के लिए कच्चे तेल के लिए अनुबंध 80 सेंट, या 1.7 प्रतिशत गिरकर 47.38 डॉलर प्रति बैरल रह गया। फरवरी ब्रेंट अनुबंध 79 सेंट गिरकर 47.46 डॉलर पर रहा। जनवरी का यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 70 सेंट, या 1.5 प्रतिशत गिरकर 44.83 डॉलर प्रति बैरल रह गया। सोमवार की औपचारिक वार्ताओं और मंगलवार की बैठकों से पहले ओपेक+ द्वारा नीति पर सहमति जताने में विफल रहने के बाद तेल ब्रोकर पीवीएम टामास वार्गा ने कहा, ‘पिछले सप्ताह की उम्मीद आज धूमिल हो गई है।’    रॉयटर्स

First Published - December 1, 2020 | 12:16 AM IST

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