कार विनिर्माता मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआईएल) ने मंगलवार को कहा है कि उसने हरियाणा के अपने नए खरखौदा संयंत्र से उत्पादन शुरू कर दिया है। इस संयंत्र से सालाना 2.50 लाख गाड़ियों के उत्पादन की क्षमता है। यह मारुति सुजूकी का चौथा संयंत्र है।
भारत की सबसे बड़ी कार विनिर्माता की पहले के तीन संयंत्र हरियाणा के गुड़गांव और मानेसर में हैं तथा गुजरात के हंसलपुर में हैं, जहां से कुल मिलाकर सालाना 23.5 लाख वाहनों के उत्पादन की क्षमता है। कंपनी ने बयान जारी कर कहा है, ‘खरखौदा संयंत्र की शुरुआत। हम पहले कॉम्पैक्ट एसयूवी ब्रेज़ा का उत्पादन करेंगे। इसके साथ ही मारुति सजुकी की सालाना उत्पादन क्षमता भी 26 लाख गाड़ियों की हो जाएगी। हालांकि, इसमें मारुति सुजूकी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी सुजुकी मोटर गुजरात प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल है।’
खरखौदा सुविधा की वार्षिक सालाना क्षमता भी 10 लाख गाड़ियों तक बढ़ाई जा सकती है। इस महीने की शुरुआत में मारुति सुजूकी की मूल कंपनी सुजूकी मोटर कॉरपोरेशन (एसएमसी) ने अपनी भारतीय सहायक कंपनी के लिए दीर्घकालिक सालाना बिक्री अनुमान को 15 फीसदी कम कर दिया था और भारतीय बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण साल 2023 में घोषणा की गई 30 लाख गाड़ियों से कम कर वित्त वर्ष 2031 तक 25.4 लाख गाड़ियों की बिक्री का लक्ष्य रखा था। जापान की इस कंपनी ने यह भी ऐलान किया है कि वह वित्त वर्ष 2031 तक भारत में चार नए ईवी भी पेश करेगी। इससे पहले कंपनी का लक्ष्य छह ईवी पेश करने का था। सुजूकी ने यह भी कहा है कि मारुति सुजूकी भारत में मांग पूरा करने और निर्यात केंद्र के रूप में आगे बढ़ाने के लिए अगले पांच से छह वर्षों में सालाना 40 लाख गाड़ियों का उत्पादन करने वाली उत्पादन प्रणाली बनाएगी।