facebookmetapixel
नवंबर में भारत से आईफोन का निर्यात 2 अरब डॉलर तक पहुंचा, बना नया रिकार्डएवेरा कैब्स ने 4,000 ब्लू स्मार्ट इलेक्ट्रिक कारें अपने बेड़े में शामिल करने की बनाई योजनाGST बढ़ने के बावजूद भारत में 350 CC से अधिक की प्रीमियम मोटरसाइकल की बढ़ी बिक्रीJPMorgan 30,000 कर्मचारियों के लिए भारत में बनाएगा एशिया का सबसे बड़ा ग्लोबल कैपेसिटी सेंटरIPL Auction 2026: कैमरन ग्रीन बने सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी, KKR ने 25.20 करोड़ रुपये में खरीदानिजी खदानों से कोयला बिक्री पर 50% सीमा हटाने का प्रस्ताव, पुराने स्टॉक को मिलेगा खुला बाजारदूरदराज के हर क्षेत्र को सैटकॉम से जोड़ने का लक्ष्य, वंचित इलाकों तक पहुंचेगी सुविधा: सिंधियारिकॉर्ड निचले स्तर पर रुपया: डॉलर के मुकाबले 91 के पार फिसली भारतीय मुद्रा, निवेशक सतर्कअमेरिका से दूरी का असर: भारत से चीन को होने वाले निर्यात में जबरदस्त तेजी, नवंबर में 90% की हुई बढ़ोतरीICICI Prudential AMC IPO: 39 गुना मिला सब्सक्रिप्शन, निवेशकों ने दिखाया जबरदस्त भरोसा

लेखक : बीएस संपादकीय

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

12 घंटे की शिफ्ट श्रमिक कल्याण पर उठा सकती है सवाल

कर्नाटक के बाद तमिलनाडु ने भी फैक्टरीज अ​धि​नियम 1948 में संशोधन करके काम के लिए 12 घंटे की शिफ्ट को मंजूरी दे दी है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि बड़े विनिर्माताओं को अपने उत्पादन को ग्लोबल सप्लाई चेन के साथ तालमेल बनाने में मदद मिले। इस बदलाव के बाद फैक्टरियां सप्ताह में चार दिन […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

HDFC और HDFC Bank के विलय के लिए अनुकूल शर्तें

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा कुछ अस्पष्टताएं दूर करने तथा विलय के बाद बनने वाली इकाई को कुछ हद तक राहत की पेशकश के बाद HDFC और HDFC Bank (जुड़वा) का विलय अब तय नजर आ रहा है और निवेशकों को भी आश्व​स्ति मिली है। कहा जा रहा है कि यह विलय जुलाई 2023 में […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

साप्ताहिक मंथन: दूसरी Suzuki साबित होगी Apple?

क्या Apple द्वारा भारतीय बाजार (Indian Market) पर देर से ध्यान देना और उसे विनिर्माण केंद्र (manufacturing hub) बनाना वैसी ही घटना है जैसी कि ठीक 40 वर्ष पहले भारतीय कार बाजार में Suzuki (मारुति) का प्रवेश? इस सवाल का जवाब हां और न दोनों है, हालांकि दोनों मामलों में अंतर, समानताओं पर भारी पड़ता […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

ऐंजल टैक्स पर फिर से विचार करे सरकार

स्टार्टअप की दुनिया मु​श्किलों का सामना कर रही है क्योंकि वहां धन की कमी समस्या बनी हुई है। दुनिया के बड़े केंद्रीय बैंकों द्वारा नीतिगत दरों में इजाफा खासकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मुद्रास्फीति से निपटने के लिए दरों में इजाफा करने से मुद्रा की लागत बढ़ गई है। विकसित देशों में महामारी के बाद […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

जाति पर जोर

इस वर्ष कई प्रमुख राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं और उसके पश्चात 2024 में लोकसभा चुनाव भी निर्धारित हैं। ऐसे में विपक्षी दलों को शायद श​क्तिशाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ताकत का मुकाबला करने के लिए एक साझा मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस अध्यक्ष म​ल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

कर्जदाता के रूप में चीन

विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की वॉ​शिंगटन डीसी में आयोजित ​स्प्रिंग बैठकों के सबसे अनुमानित घटकों में से एक थी वै​श्विक सॉवरिन डेट राउंडटेबल, जिसका उद्देश्य था कमजोर प्रदर्शन करने वाली व्यवस्था में नई जान फूंकना ताकि सार्वजनिक ऋण का पुनर्गठन किया जा सके। ऐसा इसलिए कि दुनिया गंभीर सॉवरिन ऋण संकट से […]

आज का अखबार, संपादकीय

शासन में तकनीक

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने पिछले सप्ताह इस समाचार पत्र द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में इस बारे में बताया कि कैसे सरकार शासन में तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। तकनीक ने स​ब्सिडी कार्यक्रमों की कमियों को दूर करने में मदद की है और आर्टिफि​शियल इंटेलिजेंस (एआई) यानी कृत्रिम मेधा […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

निर्यात का भविष्य

मार्च माह के व्यापारिक आंकड़े गत सप्ताह जारी किए गए और उसकी प्रमुख खबर यह रही कि पिछले साल की समान अव​धि की तुलना में वस्तु निर्यात में करीब 13 फीसदी की कमी आई। वहीं सालाना आधार पर वस्तु निर्यात 6 फीसदी बढ़कर 447 अरब डॉलर रहा। इससे वस्तु निर्यात वृद्धि को लेकर उत्साह को […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

कोविड की चुनौती

कोविड-19 संक्रमण के मामलों में 13 अप्रैल को एक दिन में 30 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया और संक्रमण के मामले 7,800 से बढ़कर 10,000 का स्तर पार कर गए। यह पिछले 223 दिनों में सबसे बड़ा इजाफा है और हमें याद दिलाता है कि 2019 के अंत से दुनिया को चपेट में लिए […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

निरंतर मंदी का सिलसिला

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के नए वै​श्विक आर्थिक दृ​ष्टिकोण से जो वै​श्विक आ​र्थिक तस्वीर उभर रही है वह चिंतित करने वाली है। मध्यम अव​धि में वृद्धि में इतना सुधार होता नहीं दिख रहा है कि वह हाल के दशकों के स्तर तक दोबारा पहुंच सके। ताजा अनुमानों के मुताबिक 2023 में वै​श्विक वृद्धि कमजोर पड़कर […]

1 80 81 82 83 84 91