facebookmetapixel
बैटरी बनाने वाली कंपनी मुनाफा बनाने को तैयार, ब्रोकरेज ने दी BUY रेटिंग, कहा- ₹1,120 तक जाएगा भावअगला गेम चेंजर: हाई-स्पीड रेल 15 साल में अर्थव्यवस्था में जोड़ सकती है ₹60 लाख करोड़धीमी वेतन वृद्धि: मुनाफे के मुकाबले मजदूरों की आय पीछे, आर्थिक और सामाजिक चुनौतियां बढ़ींविकास के लिए जरूरी: भारत के अरबपतियों का निवेश और लाखपतियों की वापसीकफ सिरप से बच्चों की मौतें: राजस्थान और मध्य प्रदेश में जांच तेजयूरोप को डीजल का रिकॉर्ड निर्यात! कीमतों में आई तेजीअगस्त 2025 तक फसल बीमा प्रीमियम में 30% से ज्यादा की गिरावट, आक्रामक मूल्य नीति जिम्मेदारRBI ने व्यापारियों के लिए आयात भुगतान अवधि बढ़ाई, वैश्विक अनिश्चितता का बोझ कमअमेरिका से अब खरीद बढ़ा रहा भारत, ऊर्जा सुरक्षा पर असरRBI ने बैंकों को BSBD खाता सभी ग्राहकों के लिए अनिवार्य करने का निर्देश दिया

लेखक : आदिति फडणीस

आज का अखबार, भारत

गोवा में पहचान के संकट पर राजनीति

गोवा की सुबह की शांति में खलल कौओं के झुंड और गिलहरियों की आवाज के साथ-साथ साइकिल के हॉर्न की गड़गड़ाहट से पड़ती है। ये साइकिल सवार अपने सामान को बेंत के बास्केट में अखबारों या प्लास्टिक में लपेटकर, सावधानी से रखकर ले जाते हैं और ये गोवा में रहने वालों लोगों की रोजमर्रा की […]

आज का अखबार, भारत

कई ऐतिहासिक पलों का गवाह रही संसद की पुरानी इमारत

भारत पुराने संसद भवन को अलविदा कहने के पड़ाव पर आ चुका है और नए संसद भवन में प्रवेश करने की तैयारी हो रही है और लेकिन इस ऐतिहासिक सियासी गलियारे की दीवारों पर जो अनुभव दर्ज है उसे यादों के पिटारे में पिरोना इतना आसान नहीं है। यह संसद भवन कई घटनाक्रमों का गवाह […]

आज का अखबार, लेख

सियासी हलचल: तेलुगू देशम के भविष्य का कौन बनेगा ‘तारणहार’

राजमहेंद्रवरम केंद्रीय कारागार में उनकी पहचान सिर्फ कैदी संख्या ए/37 है। भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार होने और राजमंड्री जेल में बंद होने के बाद से नारा चंद्रबाबू नायडू की यही पहचान है। उनकी अनुपस्थिति के बाद उनके राजनीतिक दल तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सामने अब सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि आगे पार्टी […]

आज का अखबार, लेख

अधीर रंजन चौधरी: मुश्किल हालात बनाता वफादार नेता

अधीर रंजन चौधरी द्वारा लोक सभा में अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगे जाने के बाद सदन से उनका निलंबन समाप्त कर दिया गया है। चूंकि उक्त टिप्पणियों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है इसलिए हम उन्हें दोबारा यहां नहीं लिख सकते हैं। असल बात यह है कि हम एक बार फिर […]

आज का अखबार, लेख

सियासी हलचल: दल-बदल विरोधी कानून में अब बदलाव जरूरी

बीते हफ्ते गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलेमाओ ने अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के बड़े नेता प्रफुल्ल पटेल से मुलाकात की। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और अब माना जा रहा है कि वह फिर से राकांपा में शामिल होने के लिए बातचीत कर रहे हैं। कई लोगों […]

आज का अखबार, लेख

सियासी हलचल: मल्लिकार्जुन खरगे…..मंझे हुए धैर्यवान राजनेता

मपन्ना मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) शायद स्वतंत्र भारत के इतिहास के दूसरे ऐसे नेता हैं जो लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में विपक्ष के नेता रह चुके हैं और एक राष्ट्रीय दल के अध्यक्ष भी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस 81 वर्षीय राजनेता का राजनीतिक अनुभव कितना सुदीर्घ है। इस वर्ष उन्होंने […]

आज का अखबार, भारत, राजस्थान, राजस्थान चुनाव

Rajasthan Assembly Elections: कर्ज राहत से दौड़ेगा दोबारा जीत का रथ !

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ऋण राहत आयोग की मदद से राजस्थान के किसानों को अपने ऋण का भुगतान करने में मदद मिल सकती है लेकिन यह आर्थिक समस्या पर राजनीतिक प्रतिक्रिया देने जैसा है। क्या यह चुनावी दौर में एक बेहतर रणनीति साबित हो सकती है? हाल के महीनों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत […]

आज का अखबार, लेख

सियासी हलचल: मेवात हिंसा के बाद खट्टर के लिए चुनौती और अवसर

मुख्यमंत्रियों के लिए यह एक ऐसा दु:स्वप्न होता है जिसके बारे में वे उम्मीद करते हैं कि वह कभी सच न हो। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने 31 जुलाई को मुस्लिम मेवों की बहुलता वाले नूंह (हरियाणा के मेवात जिले का मुख्यालय) से एक शोभायात्रा निकालने का निर्णय लिया। इस घटना के […]

आज का अखबार, चुनाव, राजनीति, राजस्थान चुनाव, विधानसभा चुनाव

Rajasthan Elections: राजस्थान में काम करेगा ‘लाल डायरी’ का बवाल

पूरे राजस्थान में एक लाल डायरी चर्चा का विषय बनी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल ही में सीकर की अपनी जनसभा के दौरान इसका उल्लेख किया था। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस लाल डायरी के पीछे कौन है और इसमें क्या है? राजस्थान में उदयपुरवाटी झुंझुनूं लोकसभा सीट का […]

आज का अखबार, लेख

सियासी हलचल : विपक्ष के तरकश में आखिरी तीर

कई लोगों का मानना है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार (Modi Govt) को कुछ ही दिनों में जिस अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा वह सेल्फ-गोल (आत्मघाती) जैसा ही है। लोकसभा में विपक्षी दल के एक सांसद का कहना है, ‘हम अविश्वास प्रस्ताव को अपने तरकश का एक अहम हथियार मानते रहे हैं। […]

1 7 8 9 10 11 15