
Foreign Policy: पड़ोसियों को प्राथमिकता देने की नीति की सीमा
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ 31 मई को भारत आएंगे। उनकी यह यात्रा बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली नेपाल यात्रा के लगभग नौ वर्ष बाद हो रही है। मोदी जून 2014 में नेपाल गए थे और उन्होंने वहां के लोगों का दिल जीत लिया था (उस वक्त गोरखा रेजिमेंट के एक पूर्व […]

सत्ता साझा करने का फॉर्मूला कितना कारगर?
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर मचे घमासान का पटाक्षेप हो गया है। सिद्धरमैया के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आरूढ़ होने के बाद कम से कम फिलहाल तो ऐसा ही प्रतीत हो रहा है। मगर इस बात को लेकर स्थिति अब भी साफ नहीं लग रही है कि सिद्धरमैया और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी डी के […]

संसद के उद्घाटन पर रार, 19 विपक्षी दलों ने किया बहिष्कार का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे, लेकिन अधिकतर विपक्षी दल इस मौके पर अनुपस्थित रहेंगे। विपक्ष ने सरकार पर नैतिकता के पारंपरिक स्वीकृत मानकों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है क्योंकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया है। कांग्रेस, वाम दलों और तृणमूल कांग्रेस सहित […]

कांग्रेस की सबसे बड़ी ताकत ही सबसे बड़ी कमजोरी
कर्नाटक में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धरमैया कांग्रेस के सबसे उपयुक्त और वास्तव में कहीं अधिक तर्कसंगत उम्मीदवार थे। आंकड़ों से अन्य तमाम बातों के अलावा दो महत्त्वपूर्ण निष्कर्ष सामने आते हैं। पहला, सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के नीलांजन सरकार ने […]

CBI के प्रति जनता का भरोसा बहाल करने की नए प्रमुख की चुनौती
कर्नाटक विधानसभा चुनावों की गहमागहमी के बीच, चुनाव परिणामों के साथ एक और मुद्दा सुर्खियों में आ गया है। यह केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के नए निदेशक प्रवीण सूद (59) की नियुक्ति पर विवाद को लेकर है। उनके 2024 में सेवानिवृत्त होने की उम्मीद थी। लेकिन वह अब विस्तार की संभावना के साथ कम से […]

राजद्रोह कानून में संशोधन से जुड़ी चिंता फिलहाल टली
केंद्र सरकार ने हाल ही में उच्चतम न्यायालय को बताया था कि उसने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 124ए की जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है जो राजद्रोह को अपराध श्रेणी में डालती है। केंद्र की ओर से पेश हुए भारत के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने कहा कि धारा 124ए की समीक्षा पर […]

कर्नाटक के नतीजे तय करेंगे जेडीएस का भविष्य
भारतीय राजनीति में कुछ राजनीतिक दल अस्तित्व में बने रहने की अपनी जिद से लोगों को चकरा देते हैं। यह स्थिति तब और पेचीदा हो जाती है जब दूसरे राजनीतिक दलों और इन दलों में कोई विशेष अंतर नहीं दिखता है। उदाहरण के लिए सोनिया गांधी के विदेशी मूल के विषय पर उठे विवाद के […]

शरद पवार ने वापस लिया इस्तीफा, जानिए इस हाईवोल्टेज ड्रामे के पीछे की असली वजह
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शीर्ष पद पर कोई रिक्ति बनने के आसार कभी बने नहीं और आखिरकार ऐसा ही हुआ। राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है जिसकी घोषणा उन्होंने 2 मई को की थी। लेकिन इस पूरी कवायद में उन्होंने अपने नेतृत्व में पार्टी को एकजुट करने का […]

राकांपा की बैठक पर सभी की नजरें
शरद पवार के इस्तीफे के बाद सबकी निगाहें 5 मई को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेताओं की बैठक पर टिक गई हैं। इस बैठक में पार्टी के नेता पवार के इस्तीफे के बाद पैदा हुई स्थिति की विवेचना करेंगे। पवार ने राकांपा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर सबको हैरत में डाल दिया है। हालांकि, […]

युद्धग्रस्त क्षेत्रों में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की राजनीति
दूर के देशों में चल रहा संघर्ष शायद ही देश के चुनावों में मुद्दा बनता है। लेकिन कर्नाटक में हो रहे विधानसभा चुनावों (Karnataka Assembly election) में बयानबाजी बढ़ी है जिसके परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युद्ध प्रभावित सूडान (Sudan) से भारतीयों को निकालने के अभियान की व्यक्तिगत तौर पर निगरानी कर रहे हैं। दूसरी ओर […]