2018 एशियाई खेलों में भारत ने मेडलों के मामले में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया। 08 अगस्त से 02 सितंबर, 2018 तक जकार्ता-पालेमबांग, इंडोनेशिया में आयोजित खेल महाकुंभ के दौरान 570 एथलीटों के भारतीय दल ने कुल 16 गोल्ड, 23 सिल्वर और 31 ब्रॉन्ज मेडल जीते।
आइए 2018 एशियाई खेलों में भारत की मेडल संख्या को विभिन्न खेलों के आधार पर देखें।
एथलेटिक्स
जकार्ता के गेलोरा बुंग कर्णो स्टेडियम में आयोजित एथलेटिक्स कंपटीशन में भारत ने कुल आठ गोल्ड, नौ सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल जीते। यह पूरी भारतीय टीम द्वारा जीते कुल मेडलों का एक-चौथाई से भी ज्यादा था।
इस कैटेगरी के कुछ गोल्ड मेडल विजेताओं में भाला फेंक में नीरज चोपड़ा, शॉटपुट में तजिंदरपाल सिंह तूर, 800 मीटर दौड़ में मंजीत सिंह, ट्रिपल जंप में अरपिंदर सिंह, हेप्टाथलॉन में स्वप्ना बर्मन, 1500 मीटर दौड़ में जिन्सन जॉनसन और मिक्स्ड 4 x 400 मीटर रिले टीम (जिसमें राजीव अरोकिया, मुहम्मद अनस, हिमा दास और एम. आर. पूवम्मा शामिल हैं) और महिलाओं की 4×400 मीटर रिले टीम (जिसमें पूवम्मा, दास, सरिताबेन गायकवाड़ और वी. के. विस्मया शामिल हैं) रही।
निशानेबाजी
टूर्नामेंट में निशानेबाजी भारतीय टीम के लिए दूसरा सबसे सफल खेल रहा। भारतीय निशानेबाजों ने कुल नौ मेडल जीते, जिसमें दो गोल्ड, चार सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल शामिल थे। सौरभ चौधरी ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता और राही सरनोबत ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता।
कुश्ती
बजरंग पुनिया और विनेश फोगट, दो नाम जो अब हाल ही में पहलवानों के विरोध के कारण भारतीय खेल प्रशंसकों की जुबान पर हैं, उन्होंने 2018 एशियाई खेलों में कुश्ती में भारत के लिए दो गोल्ड मेडल जीते। बजरंग ने पुरुषों के 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में गोल्ड मेडल जीता, और विनेश ने महिलाओं के 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया। इसके अतिरिक्त, दिव्या काकरान ने महिलाओं की फ्रीस्टाइल 68 किग्रा में ब्रॉन्ज मेडल जीता, जिससे भारत के कुल कुश्ती मेडल तीन हो गए।
2018 एशियाई खेलों में भारत के अन्य गोल्ड मेडल विजेता
भारत ने ब्रिज, रोइंग, लॉन टेनिस और बॉक्सिंग में चार और गोल्ड मेडल हासिल किए। ब्रिज में गोल्ड प्रणब बर्धन और शिभनाथ सरकार की पुरुष जोड़ी ने जीता। रोइंग में, पुरुषों की क्वाड्रपल स्कल्स टीम, जिसमें गोल्ड सिंह, दत्तू बबन भोकनाल, ओम प्रकाश और सुखमीत सिंह शामिल थे, उन्होंने गोल्ड मेडल जीता। अमित पंघाल ने पुरुषों के 49 किग्रा वर्ग में मुक्केबाजी में गोल्ड मेडल जीता, और टेनिस में, रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की पुरुष युगल जोड़ी ने भारत के लिए गोल्ड जीता।
2018 एशियाई खेलों में भारत के लिए यादगार मेडल विजेता
भारत ने घुड़सवारी में दो सिल्वर मेडल हासिल किए, जिसमें एक महत्वपूर्ण उपलब्धि 1951 के एशियाई खेलों के बाद पहली बार घुड़सवारी में व्यक्तिगत मेडल है, जिसका श्रेय व्यक्तिगत स्पर्धा में फवाद मिर्जा के प्रदर्शन को जाता है। इसके अलावा, भारत की महिलाओं ने कुराश और सेपाक टकरा (Sepak Takraw) में अपना पहला मेडल जीता। पिंकी बलहारा ने कुराश में सिल्वर मेडल जीता और पुरुष रेगु टीम ने सेपक टकरा में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
स्क्वाश
स्क्वैश भारत के लिए तीसरा सबसे सफल खेल रहा, हालांकि टीम में से किसी ने भी गोल्ड मेडल हासिल नहीं किया। दीपिका पल्लीकल, जोशना चिनप्पा, तन्वी खन्ना और सुनयना कुरुविला की महिला टीम ने 2018 एशियाई खेलों में स्क्वैश में एकमात्र सिल्वर मेडल जीता। भारत ने स्क्वैश में चार ब्रॉन्ज मेडल जीते।
भारत ने एथलेटिक्स, शूटिंग, कुराश, स्क्वैश और घुड़सवारी कंपटीशन के अलावा तीरंदाजी, फील्ड हॉकी, कबड्डी, बैडमिंटन और नौकायन में सिल्वर मेडल जीते।
खेल | गोल्ड | सिल्वर | ब्रॉन्ज | कुल |
एथलेटिक्स | 8 | 9 | 3 | 20 |
निशानेबाजी | 2 | 4 | 3 | 9 |
कुश्ती | 2 | 0 | 1 | 3 |
ब्रिज | 1 | 0 | 2 | 3 |
लॉन टेनिस | 1 | 0 | 2 | 3 |
रोइंग | 1 | 0 | 2 | 3 |
बॉक्सिंग | 1 | 0 | 1 | 2 |
तीरंदाजी | 0 | 2 | 0 | 2 |
घुड़सवारी | 0 | 2 | 0 | 2 |
स्क्वाश | 0 | 1 | 4 | 5 |
नौकायन | 0 | 1 | 2 | 3 |
बैडमिंटन | 0 | 1 | 1 | 2 |
फील्ड हॉकी | 0 | 1 | 1 | 2 |
कबड्डी | 0 | 1 | 1 | 2 |
कुराश | 0 | 1 | 1 | 2 |
वुशु | 0 | 0 | 4 | 4 |
टेबल टेनिस | 0 | 0 | 2 | 2 |
सेपाक टकरा | 0 | 0 | 1 | 1 |
कुल | 16 | 23 | 31 | 70 |