कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट और यात्रियों की बढ़ती संख्या के बीच एयरलाइन कंपनियों के शेयरों में तेजी आई है। विश्लेषकों ने खासकर इंटरग्लोब एविएशन और स्पाइसजेट के शेयरों पर सकारात्मक रुख अपनाया है।
20 दिसंबर को इंटरग्लोब एविएशन (Indigo) ने बीएसई पर 3,009 का ऊंचा स्तर बनाया था और इस साल अब तक (वाईटीडी) इसमें 43.24 प्रतिशत तेजी आ चुकी है।
इस बीच, स्पाइसजेट 19 दिसंबर को 69.20 रुपये के 52 सप्ताह ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। इस साल अब तक इस शेयर में 57 प्रतिशत तेजी आई है। तुलनात्मक तौर पर बीएसई का सेंसेक्स इस अवधि के दौरान 16.3 प्रतिशत तक चढ़ा है।
सैमको सिक्योरिटीज में शोध विश्लेषक पारुल शर्मा ने कहा, ‘यात्रा मांग कम होने के संकेत नहीं दिख रहे हैं। मजबूत दैनिक यात्री प्रवाह से मजबूत परिचालन परिवेश का संकेत मिलता है और इससे कंपनियों को अपने पैसेंजर लोड फैक्टर (पीएलएफ) सुधारने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट (जो सितंबर के ऊंचे स्तर से करीब 20 प्रतिशत नीचे आ चुकी हैं) इस उद्योग के लिए अन्य राहत है।’
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े से पता चलता है कि नवंबर में हवाई यातायात सालाना आधार पर 9 प्रतिशत बढ़कर 1.27 करोड़ यात्री रहा, जबकि अक्टूबर और सितंबर 2023 के लिए यह 1.26 करोड़ तथा 1.22 करोड़ यात्रियों पर था।
दिसंबर में, यात्रियों की औसत दैनिक संख्या 442,000 पर दर्ज की गई। विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह रुझान बरकरार रहा तो दिसंबर में करीब 1.3 करोड़ यात्रियों की आवाजाही दर्ज की जा सकती है।
आंकड़ों से पता चलता है कि इंडिगो का पीएलएफ नवंबर 2023 में 230 आधार अंक बढ़कर 85.6 प्रतिशत हो गया, जबकि स्पाइसजेट और विस्तारा के लिए यह 70 आधार अंक और 20 आधार अंक की वृद्धि के साथ 90.8 प्रतिशत और 89.4 प्रतिशत हो गया। पीएलएफ यह दर्शाता है कि एयरलाइन की यात्री ढोने की क्षमता का कितना इस्तेमाल हो रहा है।
विमानन कंसल्टिंग एवं शोध संगठन कापा इंडिया ने अनुमान जताया है कि घरेलू यात्रियों की संख्या वित्त वर्ष 2024 में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत बढ़का 15.5 करोड़ यात्री हो जाएगी, जबकि अंतरराष्ट्रीय यातायात तेजी से बढ़कर 7 करोड़ पर पहुंच जाएगा।
उद्योग संगठन ने कहा है कि पीएलएफ वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में 85 प्रतिशत के आसपास बने रहने का अनुमान है। विश्लेषकों ने निवेशकों को कच्चे तेल की कीमतों में अचानक उछाल या आपूर्ति बाधाओं को ध्यान में रखते हुए शेयरों में निवेश शुरू करना चाहिए।
कापा के अनुसार, परिचालन बेड़े का आकार मार्च 2024 तक 588 रह जाएगा और परिचालन से हटाए जाने वाले कुल विमानों की संख्या मौजूदा 165 से बढ़कर 200 हो जाने का अनुमान है। मुख्य तौर पर आपूर्ति श्रृंखला संबंधित समस्या, पीऐंडडब्ल्यू इंजन में खराबी और गो फर्ट् तथा स्पाइसजेट में परिचालन खामियों से परिचालन से हटाए जाने वाले विमानों की संख्या बढ़ सकती है।