Real Estate Stocks: बीएसई रियल्टी सूचकांक मजबूत प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों में से एक के तौर पर उभरा है और इसने पिछले 6 महीनों में 45 प्रतिशत का शानदार प्रतिफल दिया है। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से तीन प्रख्यात कंपनियों ने निवेशकों की पूंजी इस अवधि के दौरान 43-70 प्रतिशत तक बढ़ाई।
यदि मैक्रोटेक डेवलपर्स (लोढा) और शोभा से वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही अपडेट के साथ तिमाही के लिए उद्योग के आंकड़ों पर भरोसा किया जाए तो संकेत मिलता है कि बड़ी कंपनियों के लिए मजबूत बुकिंग का रुझान बरकरार रह सकता है।
रियल्टी सूचकांक ने पिछले शुक्रवार को सेक्टोरल सूचकांकों में तेजी को बढ़ावा दिया। आरबीआई द्वारा त्योहारी सीजन से पहले दरों पर यथास्थिति बनाए रखने के निर्णय के बाद इस सूचकांक में 3 प्रतिशत की तेजी (सेंसेक्स के 0.5 प्रतिशत के विपरीत) आई। आरबीआई के इस निर्णय से निवेशक धारणा मजबूत हुई है।
पारंपरिक तौर पर कमजोर समझी जाने वाली दूसरी तिमाही में मैक्रोटेक ने अपनी सर्वाधिक बुकिंग दर्ज की और इस हिसाब से वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा बढ़कर 3,530 करोड़ रुपये हो गया।
पहली दो तिमाहियों में कंपनी ने 6,900 करोड़ रुपये की बिक्री हासिल की और 14,500 करोड़ रुपये के अपने वित्त वर्ष 2024 के बुकिंग अनुमान को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।
वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में कोई नई पेशकश नहीं होने के बावजूद कंपनी ने सात नए स्थानों पर परियोजनाएं पेश करने की योजना बनाई है। 2,750 करोड़ रुपये के मजबूत संग्रह के साथ मैक्रोटेक तिमाही के दौरान अपना कर्ज 540 करोड़ रुपये तक घटाकर 6,730 करोड़ रुपये पर करने में कामयाब रही।
प्रबंधन ने अपना शुद्ध कर्ज 1 गुना परिचालन नकदी प्रवाह या 0.5 गुना इक्विटी से नीचे लाने के अपने पूरे वर्ष के लक्ष्य को हासिल करने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया है।
बेंगलूरु की रियल्टी कंपनी शोभा ने भी तिमाही में 1,724 करोड़ रुपये के साथ सर्वाधिक बिक्री दर्ज की, जो एक साल पहले की अवधि के मुकाबले 48 प्रतिशत की वृद्धि है। कंपनी के लिए बुकिंग 16.9 करोड़ वर्ग फुट की ऊंचाई पर पहुंच गई जिससे पिछले वर्ष के मुकाबले 26 प्रतिशत की वृद्धि का पता चलता है।
कंपनी के लिए बेंगलूरु ने 932 करोड़ रुपये मूल्य के साथ सर्वाधिक बिक्री दर्ज की और 10 लाख वर्ग फुट से ज्यादा बिक्री में इसका योगदान रहा। तिमाही में कंपनी के लिए कुल बिक्री में इसका 60 प्रतिशत योगदान रहा।
मोतीलाल ओसवाल रिसर्च का अनुमान है कि बेंगलूरु स्थित अन्य डेवलपर प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स 5,000 करोड़ रुपये की सर्वाधिक तिमाही पूर्व-बिक्री दर्ज करेगी, जिससे सालाना आधार पर 41 प्रतिशत की वृद्धि का पता चलता है। यह वृद्धि बेंगलूरु और हैदराबाद में नई पेशकशों को मिली शानदार प्रतिक्रिया की वजह से दर्ज की गई है। ध्यान देने की बात यह है कि प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स ने पेश की गई परियोजनाओं का ज्यादातर हिस्सा बेचने में सफलता हासिल की।
ऐंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की एक रिपोर्ट के अनुसार ग्रेड ए डेवलपरों से तैयार परियोजनाओं के अभाव की वजह से गुरुग्राम आवासीय बाजार में लगातार तेजी आई है।
प्रख्यात कंपनी होने की वजह से डीएलएफ बाजार में दबदबा रखती है। तिमाही में बड़ी नई पेशकशों के अभाव के बावजूद बिक्री बुकिंग को मौजूदा परियोजनाओं से मदद मिलने की संभावना है। ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के लिए 2,000 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग (सालाना आधार पर सपाट बने रहने) का अनुमान जताया है।
रियल एस्टेट कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक का मानना है कि पूरे देश में आवासीय मांग जुलाई-सितंबर तिमाही में बढ़कर 82,612 यूनिट पर पहुंच गई, जो एक साल पहले के मुकाबले 12 प्रतिशत और पूर्ववर्ती तिमाही की तुलना में 7 प्रतिशत की वृद्धि है।
कंसल्टेंसी ने कहा है, ‘हालांकि कम ब्याज दरों और तुलनात्मक तौर पर कम आवासीय कीमतों ने शुरूआत में मांग में इजाफा किया और आवासीय बिक्री में गति बनी रही, यहां तक कि मुद्रास्फीति के माहौल ने आरबीआई को रीपो दर 250 आधार अंक बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत पर पहुंचाने के लिए मजबूर किया। यह वह स्तर है जो 2016 के बाद से पार नहीं किया गया।
सितंबर में मुंबई जैसे प्रमुख बाजारों के लिए पंजीकरण आंकड़े से भी घर मालिकों की संख्या बढ़ने का संकेत मिला है। वित्तीय राजधानी में पंजीकरण में सालाना आधार पर 24 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और कुल बिक्री 10,693 आवास रही। मुंबई में लक्जरी सेगमेंट में अच्छी तेजी दर्ज की गई और मध्यावधि में यह रुझान बने रहने की संभावना है।