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Nifty: पहली बार निफ्टी 20,000 के पार, नई ऊंचाइयों पर पहुंचा सूचकांक

50 शेयरों वाला यह सूचकांक दिन के कारोबार में पहली बार 20,000 के पार गया था और पहली बार यह इतनी ऊंचाई पर बंद हुआ है।

Last Updated- September 11, 2023 | 11:46 PM IST
Clearing Corporation should be separated from the stock exchange: SEBI स्टॉक एक्सचेंज से अलग हो क्लियरिंग कॉरपोरेशन: सेबी

नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का बेंचमार्क निफ्टी 50 आज 20,000 अंक के पार चला गया। निफ्टी ने पहली बार यह आंकड़ा पार किया है। भारत को नरमी से जूझ रहे चीन का भरोसेमंद विकल्प कहे जाने और देश की आर्थिक वृद्धि से उम्मीद बढ़ने के कारण जोश में आए निवेशक महंगे मूल्यांकन के बाद भी देसी शेयर बाजार पर जमकर दांव लगा रहे हैं। इससे बेंचमार्क सूचकांक भी दौड़े जा रहे हैं।

बाजार में आज लगातार सातवें दिन तेजी आई और कारोबार के दौरान निफ्टी 20,008 के रिकॉर्ड पर पहुंच गया। अंत में कारोबार खत्म होने पर यह कुल 196 अंक बढ़कर 19,996 पर बंद हुआ। 50 शेयरों वाला यह सूचकांक दिन के कारोबार में पहली बार 20,000 के पार गया था और पहली बार यह इतनी ऊंचाई पर बंद हुआ है। इससे पहले इसका उच्चतम स्तर 20 जुलाई को दर्ज किया गया था।

सेंसेक्स भी 528 अंक चढ़कर 67,127 पर बंद हुआ। सेंसेक्स अब 67,619 अंक की अपनी रिकॉर्ड ऊंचाई से महज 492 अंक नीचे है। बाजार में चौतरफा लिवाली से स्मॉल और मिडकैप सूचकांक भी नए रिकॉर्ड बना रहे हैं।

बाजार के सरपट भागने से बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 324.3 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इस साल मार्च के निचले स्तर से निफ्टी में करीब 18 फीसदी की तेजी आ चुकी है। निफ्टी मिडकैप 100 में 41 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 49 फीसदी इजाफा हुआ है।

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के मुख्य कार्याधिकारी और सह-प्रमुख प्रतीक गुप्ता ने कहा, ‘चीन की कमजोर तस्वीर के कारण एशिया में दुनिया की दिलचस्पी कम ही है क्योंकि इस क्षेत्र में चीन का भारांश ज्यादा है। भारत की बात करें तो बाजार में हालिया तेजी तरलता की वजह से आई है और निवेशकों को थोड़ी सतर्कता बरतनी चाहिए क्योंकि मूल्यांकन अब काफी ज्यादा हो गया है और निफ्टी 50 वित्त वर्ष 2025 के प्राइस-टु-अर्निंग (पीई) अनुपात पर कारोबार कर रहा है। स्मॉल और मिडकैप भी काफी महंगे हो गए हैं।’

बैंकिंग शेयरों और रिलायंस इंडस्ट्रीज में तेजी से बाजार को बढ़त बनाए रखने में मदद मिली। रिजर्व बैंक द्वारा वृद्धिशील नकद आरक्षी अनुपात को चरणबद्ध तरीके से वापस लिए जाने की घोषणा से बैंकिंग शेयरों में तेजी आई।

अवेंडस कैपिटल स्ट्रैटजीज के मुख्य कार्याधिकारी एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘बीते कुछ महीनों से बैंकिंग क्षेत्र पिछड़ रहा था, जबकि निफ्टी में इसका काफी भारांश है। ऐसे में बैंकिंग शेयरों में तेजी से सूचकांक में उछाल आई है। बाजार में देसी निवेशकों के साथ ही विदेशी निवेश का भी प्रवाह बना हुआ है।’ हालांकि विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 224 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की।

एचएसबीसी ने पिछले हफ्ते अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारत के बाजार की तरह दूसरा कोई बाजार नहीं है, जिससे पता चलता है कि पिछले दो दशक में उभरते और विकसित बाजारों की

तुलना में इसका प्रदर्शन लगातार बेहतर बना रहा है। बाजार में 2,067 शेयर बढ़त पर और 1,711 नुकसान में बंद हुए। सेंसेक्स के करीब दो-तिहाई शेयर लाभ में रहे।

First Published - September 11, 2023 | 11:45 PM IST

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