कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज कहा कि धान की रोपाई और कुछ दलहन की बोआई (sowing of pulses) कम होने के बारे में सरकार को जानकारी है, लेकिन यह चिंता की बात नहीं है, क्योंकि मॉनसून सक्रिय है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के 95वें स्थापना और तकनीक दिवस के अवसर पर तोमर ने कुछ संवाददाताओं से अलग से बात करते हुए कहा, ‘फसलों पर मॉनसून के असर के बारे में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी। हम स्थिति से वाकिफ हैं। अभी मॉनसू सक्रिय है और देश के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो रही है। मुझे लगता है कि फिलहाल अभी कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।’
तोमर का बयान ऐसे समय में आया है, जब उत्तर भारत के कुछ इलाके भारी बारिश से तबाह हैं जबकि दक्षिण और पश्चिम भारत में मॉनसूनी बारिश सामान्य से बहुत कम है।
अरहर, सोयाबीन और कपास की बोआई सामान्य से बहुत कम
आंकड़ों के मुताबिक 14 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान खरीफ फसलों की बोआई रफ्तार में आई है। उत्तर और मध्य भारत के कुछ इलाकों में मॉनसून सक्रिय होने की वजह से पहले के सप्ताह की तुलना में बोआई की कमी का अंतर कुछ घटा है।
लेकिन अभी भी अरहर, सोयाबीन और कपास की बोआई सामान्य से बहुत कम है, क्योंकि 2 प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र और कर्नाटक में बारिश कम हुई है।