उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली शिवसेना ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बुधवार को 17 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी और कहा कि वह राज्य की कुल सीट में से 22 सीट पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत गीते को रायगड और अरविंद सावंत को दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है।
पार्टी ने सभी पांचों निवर्तमान सांसदों को फिर से मैदान में उतारा है जो 2022 में संगठन के विभाजन के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ थे। इन सांसदों में अरविंद सावंत (दक्षिण मुंबई), राजन विचारे (ठाणे), विनायक राउत (रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग), ओमराजे निंबालकर (धाराशिव) और संजय जाधव (परभणी) हैं।
पार्टी के नेता संजय राउत ने बताया कि शिवसेना (उद्धव) ने मुंबई दक्षिण-मध्य सीट से राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई को मैदान में उतारा है। देसाई का कार्यकाल अगले माह खत्म होने जा रहा है। इसके साथ ही पार्टी ने मुंबई से चार उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
महाराष्ट्र में सत्ता-साझेदारी समझौते को लेकर अविभाजित शिवसेना के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने के बाद सावंत ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। विचारे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गृह क्षेत्र ठाणे का प्रतिनिधित्व करते हैं। शिंदे के विद्रोह के कारण, 1966 में बाल ठाकरे द्वारा स्थापित की गई शिवसेना का विभाजन हो गया था।
शिवसेना (उद्धव) ने छत्रपति संभाजीनगर से पार्टी के दिग्गज नेता चंद्रकांत खैरे को मैदान में उतारा है। खैरे 2019 में एआईएमआईएम के उम्मीदवार इम्तियाज जलील से हार गए थे। पार्टी ने मुंबई उत्तर-पूर्व से निवर्तमान सांसद संजय पाटिल को प्रत्याशी घोषित किया है।
पाटिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक भी रह चुके हैं लेकिन वह बाद में शिवसेना में शामिल हो गए थे। मुंबई उत्तर-पश्चिम से पार्टी ने शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार बनाया।
गजानन मुख्यमंत्री शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना से हैं। शिवसेना (उद्धव) ने नरेंद्र खेडेकर को बुलढाणा से, संजय देशमुख को यवतमाल-वाशिम से, संजोग वाघेरे को मावल से, राजाभाऊ वाजे को नाशिक से, भाऊसाहेब वाकचौरे को शिरडी से और नागेश पाटिल अष्टिकर को हिंगोली से अपना उम्मीदवार बनाया है।