सरकारी स्वामित्व वाली भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC Mcap) का बाजार पूंजीकरण गुरुवार को कारोबारी सत्र के दौरान 5 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया।
एलआईसी का शेयर कारोबारी सत्र के दौरान 800 रुपये की ऊंचाई को छू गया, लेकिन अंत में 785 रुपये पर बंद हुआ, जो 3 जून 2022 के बाद का उच्चस्तर है। आखिरी बंद भाव पर बीमा कंपनी का मूल्यांकन 4.97 लाख करोड़ रुपये बैठता है, जो उसे देश की 10वीं सबसे मूल्यवान कंपनी बनाता है। पिछले एक महीने में कंपनी का शेयर करीब 30 फीसदी उछला है।
जीवन बीमा परिषद की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर 2023 में एलआईसी का प्रीमियम 32.86 फीसदी घटकर 16,134.55 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 24,032 करोड़ रुपये रहा था। वहीं निजी बीमा कंपनियों का प्रीमियम 9.33 फीसदी घटकर 10,360.29 करोड़ रुपये रहा, जो पहले 11,426.73 करोड़ रुपये रहा था।
इस बीच, अप्रैल-नवंबर 2023 की अवधि में एलआईसी ने प्रीमियम में सालाना आधार पर 24.20 फीसदी की गिरावट दर्ज की और यह पहले के 1,64,143.27 करोड़ रुपये से घटकर 1,24,424.31 करोड़ रुपये रह गया।
दूसरी ओर निजी क्षेत्र ने इस अवधि में 11.58 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की और यह 87,266.33 करोड़ रुपये रहा। नवंबर 2023 में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 58.78 फीसदी पर पहुंच गई, जो अगस्त 2023 में 57.37 फीसदी के निचले स्तर पर आ गई थी।