भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण ने बीमा कंपनियों से अपने कर्मचारियों के लिए सोशल मीडिया दिशानिर्देश तय करने को कहा है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि इन मंचों के माध्यम से संगठन से संबंधित कोई भी गैर-प्रमाणित या गोपनीय जानकारी लोगों तक नहीं पहुंचाई जाए।
इरडा ने कहा कि किसी संगठन की प्रतिष्ठा उसके कर्मचारियों के व्यवहार से काफी हद तक जुड़ी हुई है, और ‘सोशल मीडिया का इस्तेमाल इस तरह किया जाना चाहिए, जिससे संगठन के व्यवसाय में मूल्यवर्धन हो।’
इस संबंध में इरडा ने सभी बीमा कंपनियों को सूचना और साइबर सुरक्षा दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसमें ‘सोशल मीडिया के स्वीकार्य उपयोग’ पर एक विशेष खंड है। इसमें कहा गया है कि कर्मचारियों को ‘किसी भी ब्लॉग/ चैट मंच/ चर्चा मंच/ मैसेंजर साइट/ सोशल नेटवर्किंग साइट’ पर किसी भी अपुष्ट या गोपनीय सूचना को साझा करने से बचना चाहिए।
इसमें कहा गया है कि अगर किसी कर्मचारी उसके अधिकृत मेल या व्यक्तिगत मेल या मीडिया फोरम पर या किसी अन्य तरीके से ऐसी कोई सूचना मिलती है तो इसे संगठन के अनुपालन दल के पास भेजा जाना चाहिए।’
इसमें कहा गया है कि मीडिया फोरम का इस्तेमाल सेवा में चूक की सूचना देने या शिकायत करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इरडा ने यह भी कहा कि इंटरनेट पर व्यक्तिगत पोस्ट में करते समय व्यक्तियों को यह स्पष्ट करना चाहिए कि ये उनके विचार हैं और संगठन के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
इसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया पर दी गई किसी की व्यक्तिगत छवि उस व्यक्ति की प्रतिष्ठा को प्रभावित करती है और इससे संगठन की छवि भी प्रभावित हो सकती है।