ह्युंडै मोटर इंडिया (एचएमआईएल) ने जनरल मोटर्स इंडिया (जीएमआई) के साथ महाराष्ट्र के तलेगांव में उसके संयंत्र की भूमि, भवन, कुछ मशीनरी और विनिर्माण उपकरण का अधिग्रहण करने के लिए आज खरीद समझौता किया। वह यहां वर्ष 2025 तक उत्पादन शुरू करने की योजना बना रही है।
संयंत्र की वार्षिक उत्पादन क्षमता 1,30,000 वाहन
दक्षिण कोरिया की इस कार विनिर्माता ने यह खुलासा नहीं किया है कि वह संयंत्र खरीदने के लिए अमेरिकी फर्म को कितनी राशि का भुगतान करेगी। संयंत्र की वार्षिक उत्पादन क्षमता 1,30,000 वाहन है।
एचएमआईएल ने एक बयान में कहा कि चूंकि कंपनी इस वर्ष की पहली छमाही में अपनी उत्पादन क्षमता (तमिलनाडु में श्रीपेरंबुदूर संयंत्र में) 7,50,000 वाहनों से बढ़ाकर 8,20,000 वाहनों तक कर चुकी है, इसलिए जीएमआई संयंत्र की यह क्षमता वृद्धि एचएमआईएल के लिए लगभग 10 लाख उत्पादन की नींव रखेगा।
एचएमआईएल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अनसू किम ने कहा कि कंपनी का इरादा तलेगांव में मेड-इन-इंडिया कारों के लिए आधुनिक विनिर्माण केंद्र निर्मित करने का है। उन्होंने कहा ‘हमारा विनिर्माण परिचालन वर्ष 2025 में तालेगांव में शुरू होने वाला है।’
Hyundai की इस कार्य स्थल पर क्षमता बढ़ाने की योजना
समझौता पूरा होने पर एचएमआईएल इस कार्य स्थल पर क्षमता बढ़ाने की योजना बना रही है। बयान में कहा गया है कि इस विस्तारित क्षमता का लाभ उठाते हुए एचएमआईएल अपने श्रीपेरंबुदूर संयंत्र में विनिर्मित अतिरिक्त इलेक्ट्रिक वाहन मॉडल भारतीय बाजार में पेश करने की योजना की समीक्षा करेगी।
मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआईएल) के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार विनिर्माता एचएमआईएल ने इस साल मार्च में तलेगांव संयंत्र में परिसंपत्तियों के संभावित अधिग्रहण के लिए जीएमआई के साथ टर्म शीट पर हस्ताक्षर किए थे।
जनरल मोटर्स कर्मचारी संघ, जो तलेगांव संयंत्र के तकरीबन 1,000 कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है, का फिलहाल जीएमआई के साथ विवाद चल रहा है। यह विवाद संयंत्र के नए मालिकों के साथ रोजगार और अंतरिम अवधि के लिए वेतन सुनिश्चित करने के संबंध में हैं।