बोतलबंद पानी का कोराबार करने वाली प्रमुख कंपनी बिसलेरी इंटरनैशनल (Bisleri International) अगले चार साल में अपनी बिक्री को दोगुना करने की योजना बना रही है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की बिक्री 2,300 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी एंजेलो जॉर्ज ने अक्षरा श्रीवास्तव से बातचीत में कहा कि कंपनी इसके लिए कार्बोनेटड पेय और प्रीमियम पेयजल जैसी श्रेणियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाएगी और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहुंच बनाने पर ध्यान देगी। मुख्य अंशः
-बैमौसम बारिश होने के कारण इस बार गर्मी कम पड़ी। इससे आपके परिचालन पर क्या असर पड़ा?
हमारे कारोबार एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा भीषण गर्मी के दौरान और दूसरे दौर की गर्मियों में होता है। हालांकि, पेयजल में कम उतार-चढ़ाव होता है क्योंकि यही एक ऐसी चीज है जिसे आप रोज पीते हैं मगर बेमौसम बारिश से घर से बाहर की खपत पर बहुत असर पड़ता है। वितरण में कुछ गड़बड़ियां थीं। खासकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में। इस साल कुछ महीने काफी खराब रहे जब सामान से भरे ट्रक संकीर्ण गलियों में नहीं जा सके। इन्हें छोड़कर मुझे लगता है कि कारोबार ठीक
रहा है।
-कार्बोनेटेड बेवरिजेज श्रेणी का प्रदर्शन कैसा रहा?
भारत में कार्बोनेटड बेवरिजेज श्रेणी करीब 50 हजार करोड़ रुपये की है और हम महज कुछ 100 करोड़ हैं। अभी के लिए हमारा हिस्सा छोटा है। हम तीन वर्षों में 500 करोड़ रुपये का आंकड़ा हासिल करना चाहेंगे। हमने अभी-अभी फॉर्मूलेशन और स्वाद में काम सही किया है। हमारे लिए एक बड़ा बाजार इंतजार कर रहा है।
-क्या आप एनर्जी ड्रिंक और फ्लेवर्ड वाटर जैसे नए उत्पादों के साथ अपने पोर्टफोलियो के विस्तार की योजना बना रहे हैं?
बिसलेरी ब्रांड हमारा आधार है और यह हमारे कारोबार के महत्त्वपूर्ण हिस्से को पूरा कर रहा है। हम बाजार पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। इस क्षेत्र में चीनी, आर्टिफिशल स्वाद जैसी कुछ चिंताएं भी हैं। यह ध्यान में रखना जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी नहीं हो इसलिए पेयजल पीते हैं। हम शीर्ष स्तर पर एक प्रीमियम ब्रांड बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वेदिका हिमालयन मिनरल वाटर का विस्तार करने जा रहे हैं।
-वेदिका ब्रांड कितना बड़ा है?
हम इसकी तुलना अपने मुख्य कारोबार बिसलेरी के साथ नहीं कर सकते हैं। मैं इसकी तुलना इससे करूंगा कि मेरी प्रतिद्वंद्वी कंपनी कैसा कर रही है और मुझे लगता है कि हम बाजार में आ गए हैं। हम उस ब्रांड का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं और लोलापालूजा, मोटो जीप और जीक्यू बेस्ट ड्रेस्ड जैसे बड़े कार्यक्रमों के जुड़कर काफी निवेश कर रहे हैं। हम उस बाजार की बड़ी हिस्सेदारी हासिल करना चाहेंगे। यह इसका 60 से 65 फीसदी है। फिलहाल हम जहां होना चाहते हैं उसके आधे से थोड़ा अधिक हैं।
-आने वाले वर्षों में कंपनी के लिए आपकी क्या योजनाएं हैं?
हमने अपना कारोबार दोगुना करने की योजना बनाई है। यह चार साल की यात्रा है और पहला साल खत्म हो गया है।
-आप इसे कैसे करेंगे?
पानी कम लागत वाला उत्पाद है मगर इसमें उच्च लॉजिस्टिक शामिल है। हम स्थानीय स्तर पर विनिर्माण का एक मॉडल लेकर आए हैं। अभी हमारी करीब 120 फैक्टरियां हैं और डेढ़ साल में हम इसकी संख्या 25 से 30 तक बढ़ाना चाहते हैं। हालांकि, यह पानी की उपलब्धता पर निर्भर करता है।
इसके साथ ही हम खपत बढ़ाने पर की भी कोशिश कर रहे हैं, जिसकी हमने संभावित बाजार के रूप में पहचान की है। हम उन क्षेत्रों तक पहुंचने की योजना बना रहे हैं जो विनिर्माण अंतराल के कारण कमजोर थे और हम उसे भर रहे हैं।