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Aditya-L1 Mission: भारत का सूर्य मिशन 2 सिंतबर को होगा लॉन्च, ISRO ने दी जानकारी

चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद, ISRO सूर्य के अध्ययन के लिए तैयार भारत की पहली अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला ‘Aditya-L1’ को 2 सितंबर को लॉन्च करेगी।

Last Updated- August 28, 2023 | 10:36 PM IST
Aditya-L1 Mission
ISRO

Aditya-L1 Mission: चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सूर्य के अध्ययन के लिए तैयार भारत की पहली अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला ‘आदित्य-एल1’ को दो सितंबर को पूर्वाह्न 11 बजकर 50 मिनट पर श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किए जाने की सोमवार को घोषणा की।

Aditya-L1 को PSLV-C57 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया जाएगा

इस अंतरिक्ष यान को सौर कोरोना (सूर्य की सबसे बाहरी परतों) के दूरस्थ अवलोकन और L1 (सूर्य-पृथ्वी लाग्रेंज बिंदु) पर सौर वायु के यथास्थिति अवलोकन के लिए तैयार किया गया है। L1 पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर है। अंतरिक्ष एजेंसी ने सोशल मीडिया मंच पर बताया कि सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली अंतरिक्ष-आधारित भारतीय वेधशाला को PSLV-C57 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया जाएगा।

Also read: Chandrayaan-3 की सफलता से बढ़ा ISRO का हौसला, चांद के बाद अब सूरज को फतह करने की तैयारी

Aditya-L1 मिशन का लक्ष्य सूर्य का अध्ययन करना

आदित्य-एल1 मिशन का लक्ष्य L1 के चारों ओर की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है। यह अंतरिक्ष यान सात पेलोड लेकर जाएगा, जो अलग-अलग वेव बैंड में फोटोस्फेयर (प्रकाशमंडल), क्रोमोस्फेयर (सूर्य की दिखाई देने वाली सतह से ठीक ऊपरी सतह) और सूर्य की सबसे बाहरी परत (कोरोना) का अवलोकन करने में मदद करेंगे। ISRO के एक अधिकारी ने कहा कि आदित्य-एल1 पूरी तरह से स्वदेशी प्रयास है, जिसमें राष्ट्रीय संस्थानों की भागीदारी है।

First Published - August 28, 2023 | 5:34 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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