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रिटायरमेंट के बाद भी PF पर मिलता है ब्याज, जानें इसको लेकर क्या हैं EPFO के नियम?

EPFO के नियमों के मुताबिक, रिटायरमेंट के बाद PF पर तीन साल तक ब्याज मिलता है। यानि अगर आप 58 साल की उम्र में रिटायर हो रहे हैं तो आपको 61 साल तक ब्याज मिलता रहेगा

Last Updated- September 29, 2025 | 9:24 PM IST
EPFO
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

नौकरीपेशा लोगों के लिए रिटायरमेंट के बाद provident fund (PF) का पैसा उनकी जिंदगी भर की मेहनत का परिणाम होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फंड पर ब्याज कब तक जुड़ता रहता है? EPFO यानी इम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन के नियमों के मुताबिक, यह ब्याज रिटायरमेंट के बाद भी कुछ समय तक चलता है, ताकि आपकी सेविंग्स बढ़ती रहें। आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि यह कैसे काम करता है।

रिटायरमेंट के बाद ब्याज कैसे जुड़ता है?

जब आप 58 साल की उम्र में सुपरएनुएशन यानी रिटायरमेंट पर पहुंचते हैं, तो आपका PF अकाउंट बंद नहीं होता। बल्कि, उसमें जमा रकम पर ब्याज मिलना जारी रहता है। EPFO के ताजा नियमों के अनुसार, रिटायरमेंट के बाद तीन साल तक ब्याज जुड़ता रहता है। मान लीजिए अगर आप 2025 में रिटायर होते हैं, तो 2028 तक आपका PF बैलेंस बढ़ता रहेगा।

ये ब्याज मासिक क्लोजिंग बैलेंस पर लगता है, लेकिन साल के अंत में क्रेडिट होता है। मिसाल के तौर पर, मान लीजिए आपके PF में 10 लाख रुपये जमा हैं। अगर ब्याज रेट 8.25 फीसदी है, तो हर महीने करीब 6,875 रुपये का ब्याज बनेगा। तीन साल में ये चक्रवृद्धि तरीके से बढ़ेगा, यानी कुल मिलाकर करीब 2.5 लाख रुपये एक्स्ट्रा जुड़ सकते हैं। लेकिन तीन साल बाद अकाउंट इनऑपरेटिव हो जाता है, और ब्याज रुक जाता है। ये नियम 2017 से चले आ रहे हैं, जब EPFO ने क्लियर किया कि 58 साल से पहले कोई भी अकाउंट इनऑपरेटिव नहीं माना जाता।

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अभी कितना मिल रहा है ब्याज?

EPFO हर साल ब्याज रेट की समीक्षा करता है, और वित्त मंत्रालय की मंजूरी के बाद ये तय होता है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ब्याज दर 8.25 फीसदी रखा गया है, जो पिछले साल जितना ही है। यह दर अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक के कंट्रीब्यूशन पर लागू होता है। रिटायरमेंट के बाद भी इसी दर से ब्याज चलेगा, जब तक अकाउंट एक्टिव रहे।

अगर आपका बैलेंस बड़ा है, तो यह दर काफी फर्क डाल सकता है। उदाहरण के लिए मान लीजिए 20 लाख रुपए PF में जमा हैं। 8.25 फीसदी के सालाना ब्याज दर से यह करीब 1.65 लाख रुपये बनेगा। तीन साल में यह 5 लाख से ज्यादा हो सकता है, क्योंकि हर महीने का ब्याज अगले महीने की कैलकुलेशन में जुड़ जाता है। लेकिन ध्यान रखें, अगर आप PF निकाल लेते हैं, तो ब्याज का ये फायदा तुरंत बंद हो जाता है। EPFO का कहना है कि ये रेट स्टेबल रखने के लिए रिजर्व फंड का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि मार्केट के उतार-चढ़ाव से सब्सक्राइबर्स को नुकसान न हो।

इनऑपरेटिव अकाउंट का क्या मतलब है?

तीन साल बाद जब ब्याज रुक जाता है, तो अकाउंट इनऑपरेटिव कहलाता है। इसका मतलब ये नहीं कि आपका पैसा गायब हो गया। बल्कि, वो EPFO के पास सुरक्षित रहता है, लेकिन बिना और ब्याज के। अगर आप रिटायरमेंट के बाद नई जॉब कर लें या कंट्रीब्यूशन दोबारा शुरू करें, तो ब्याज फिर से चलने लगेगा।

First Published - September 29, 2025 | 9:24 PM IST

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