दवा निर्माता ल्यूपिन ने सोमवार को घोषणा की कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी नैनोमी बीवी ने एम्सटर्डम की विसुफार्मा बीवी को 19 करोड़ यूरो में खरीदने के लिए समझौता किया है।
विसुफार्मा बीवी वैश्विक हेल्थकेयर स्पेशलिस्ट निवेशक जीएचओ कैपिटल पार्टनर्स एलएलपी की एक ऐसी पोर्टफोलियो कंपनी है जो आंखों की देखभाल से जुड़ी हुई है। उसका व्यावसायिक नेटवर्क प्रमुख यूरोपीय देशों, जैसे इटली, ब्रिटेन, स्पेन, जर्मनी और फ्रांस में फैला हुआ है।
कंपनी ने एक्सचेंजों को भेजी जानकारी में कहा है, ‘विसुफार्मा का अधिग्रहण ल्यूपिन की यूरोप में अपने व्यवसाय और उपस्थिति बढ़ाने की रणनीति के अनुरूप है। इससे उसे नवीनतम नेत्र स्वास्थ्य उत्पादों का व्यापक पोर्टफोलियो और मजबूत व्यावसायिक बुनियादी ढांचे का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।’
ल्यूपिन की वैश्विक स्पेशियलिटी फ्रैंचाइजी को और मजबूत बनाने के उद्देश्य के तहत विसुफार्मा को इससे जोड़ा जाएगा। इससे ड्राई आई, ग्लूकोमा, आइलिड हाइजीन, ब्लेफेराइटिस, रेटिना स्वास्थ्य और नेत्र रोग विशेषज्ञों द्वारा निर्धारित विशेष न्यूट्राट्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में उत्पादों का संपूर्ण पोर्टफोलियो मिलेगा। इस सौदे पर टिप्पणी करते हुए ल्यूपिन की सीईओ विनीता गुप्ता ने कहा कि इस अधिग्रहण से उन मरीजों और समुदायों को बेहतर दवाएं उपलब्ध कराने के कंपनी के संकल्प को और मजबूत बनाएगा, जिनकी हम सेवा करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘इससे न केवल तुरंत लाभ होगा बल्कि यूरोप में हमारी मौजूदगी भी बढ़ेगी और नेत्र रोग विशेषज्ञता के क्षेत्र में हमारी पहचान और मजबूत होगी। ’कुछ शर्तों के तहत यह सौदा 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि वह बैलेंस शीट में मौजूद कैश से इस अधिग्रहण को मदद करेगी।
अधिग्रहण से ल्यूपिन की ग्रोथ और मार्जिन प्रोफाइल को फायदा होने की उम्मीद है। यह सौदा जर्मनी में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लिए राष्ट्रीय प्राधिकरणों की मंजूरी और स्पेन में एक अधिसूचना के अधीन होगा। सोमवार को बीएसई पर ल्यूपिन का शेयर करीब 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,938 रुपये पर बंद हुआ।