facebookmetapixel
कमजोर फंड की पहचान कर निवेश पोर्टफोलियो को सुदृढ़ बनाएं, फिर रहें या निकलें!क्या 2026 में भी सोने-चांदी की कीमतें आसमान छूएंगी? एक्सपर्ट्स ने की बड़ी भविष्यवाणीहर एक शेयर पर मिलेंगे 23 शेयर, स्टॉक की कीमत ₹10 से भी कम; NBFC कंपनी ने मचाया धमाल2025 में चांदी की रिकॉर्ड बढ़त के बाद कियोसाकी का दावा: 2026 में 200 डॉलर तक पहुंचने की संभावना!छिपे फॉरेक्स चार्ज से परेशान? विशेषज्ञ से समझें RBI के नए नियमों के बारे मेंGST सुधार और FDI का असर: बीमा क्षेत्र में फिर आएगी रफ्तार, FY27 में डबल डिजिट ग्रोथ की उम्मीदUpcoming IPOs: Jio, फ्लिपकार्ट, PhonePe से लेकर OYO तक; 2026 में इन बड़े नाम के आएंगे IPOMarket Outlook: नए साल से पहले बाजार की चाल तय करेंगे मैक्रो आंकड़े और वैश्विक संकेतBonus Stocks: 2025 की विदाई और 2026 की शुरुआत में निवेशकों को तोहफा, दो कंपनियां बाटेंगी बोनसStock Split: अगले हफ्ते दो कंपनियां अपने शेयरों का करेंगी बंटवारा, रिकॉर्ड-डेट पर सबकी नजर

अगस्त में वाहनों की बिक्री घटी

Last Updated- December 15, 2022 | 2:20 AM IST

यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री अगस्त 2020 में 7.12 फीसदी घटकर 1,78,513 वाहन रह गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,91,189 वाहन रही थी। दोपहिया वाहनों की बिक्री भी महीने के दौरान 28.81 फीसदी घटकर 8,98,775 वाहन रह गई जो अगस्त 2019 में 12,60,722 वाहन रही थी।
महीने के दौरान वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 57.39 फीसदी घटकर 26,536 वाहन रह गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 62,270 वाहन रही थी। पिछले महीने ट्रैक्टर एकमात्र ऐसी श्रेणी रही जहां बिक्री में बढ़ोतरी हुई। महीने के दौरान ट्रैक्टरों की बिक्री 27.80 फीसदी बढ़कर 67,406 ट्रैक्टर हो गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 52,744 ट्रैक्टरों का रहा था।
डीलरों ने कहा है कि कुल मांग अभी भी कोविड से पहले के स्तर तक नहीं पहुंच पाई है क्योंकि बैंक और एनबीएफसी फाइनैंस के लिए काफी सतर्क रुख अपना रहे हैं। वाहन डीलरों के संगठन फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा कि त्योहारी सीजन की शुरुआत और सरकार द्वारा बाजार को खोलने के लिए किए जा रहे प्रयासों के कारण अगस्त में पिछले महीनों के मुकाबले अच्छी बिक्री हुई। अगस्त में सभी मोर्चें पर गिरावट थमती दिखी लेकिन सालाना आधार पर ट्रैक्टर के अलावा सभी श्रेणियों में गिरावट जारी रही लेकिन उसकी रफ्तार कम हुई।
गुलाटी ने कहा, ‘यात्री वाहन श्रेणी में पिछले पांच महीनों की लगातार गिरावट के बाद अब वह घटकर एकल अंक में दिख रही है। अपनी खरीद योजना को टालने वाले ग्राहकों ने अंतत: जन्माष्टमी और गणेश चुतुर्थी के बाद शुरू हुए त्योहारी सीजन में खरीदारी करने लगे हैं। प्रवेश स्तर के यात्री वाहनों की सबसे अधिक मांग है क्योंकि लोग मौजूदा वैश्विक महामारी के दौर में सार्वजनिक परिवहन के बजाय व्यक्तिगत मोबिलिटी को प्राथमिकता दे रहे हैं।’
अब तक सुधार के संकेत दिखने वाले ग्रामीण बाजार के अलावा शहरी बाजारों में भी पहली बार मांग में सुधार के शुरुआती संकेत दिखे हैं। सरकारी खर्च में ग्रामीण विकास एवं कृषि क्षेत्र को प्राथमिकता दिए जाने के अलावा अच्छे मॉनसून और अच्छी बुवाई से भी ट्रैक्टरों और छोटे वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री को बल मिला। साथ ही यात्री वाहनों की बिक्री पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ा।

First Published - September 10, 2020 | 12:21 AM IST

संबंधित पोस्ट