इस त्योहारी सीजन में हाइब्रिड वाहन लोगों की पहली पसंद बनकर उभरे हैं। ग्रांट थॉर्नटन भारत के हालिया सर्वेक्षण के अनुसार, बिक्री के मामले में हाइब्रिड वाहनों ने पेट्रोल और इलेक्ट्रिक को पीछे छोड़ दिया है। शहरों और विभिन्न आयु समूहों के 2,800 से अधिक उपभोक्ताओं की प्रतिक्रियाओं के आधार पर एक महीने में तैयार रिपोर्ट में पाया गया कि 38 प्रतिशत लोगों ने हाइब्रिड वाहनों को पसंद किया है, जबकि 30 प्रतिशत ने पेट्रोल और 21 प्रतिशत ने ईवी खरीदी। खरीदारों का यह रुझान संतुलित प्रदर्शन और ईंधन दक्षता की ओर बदलाव को दर्शाता है।
रिपोर्ट के अनुसार सर्वेक्षण में शामिल 41 प्रतिशत लोगों ने अगले तीन से चार महीनों में वाहन खरीदने की योजना का संकेत दिया। इससे पहले जीएसटी को दुरुस्त किए जाने के इंतजार में 72 प्रतिशत लोगों ने कार खरीदने की योजना को टाल दिया था। जीएसटी पर स्थिति स्पष्ट होने के बाद कार बाजार पुन: गुलजार हो रहा है। सर्वेक्षण में भी इस बात का संकेत दिया गया है कि नीतिगत सुधार और कर प्रक्रिया आसान होने से खासकर छोटे और मझोले शहरों के लोगों के कार खरीदने के निर्णयों को प्रभावित किया है।
भारत के यात्री वाहन बाजार में एसयूवी का दबदबा बरकरार है। सर्वेक्षण में 64 प्रतिशत लोगों ने अपनी पहली पसंद एसयूवी को ही बताया। इस सेगमेंट की वित्त वर्ष 25 की बिक्री में 65 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो दो साल पहले लगभग 50 प्रतिशत ही थी। सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि लोग वाहन के साथ सुरक्षा को भी अधिक महत्त्व दे रहे हैं। इसमें 34 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कीमत और माइलेज से ऊपर सुरक्षा को ही प्राथमिकता दी है, जो क्रैश टेस्ट और तकनीक से लैस सुरक्षा सुविधाओं के बारे में बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है।
एक और खास बात जो इस सर्वेक्षण में सामने आई है, वह यह कि लोग प्रीमियम वेरिएंट को अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं। लगभग 35 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे हाई-ऐंड वेरिएंट के लिए अधिक कीमत चुकाने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा 65 प्रतिशत कार खरीदारों को अतिरिक्त सुविधाओं के लिए 10-15 प्रतिशत अधिक मूल्य चुकाने में कोई दिक्कत नहीं है।
रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि लोग कार खरीदने से पहले खूब जांच-पड़ताल और वाहन के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटा रहे हैं तथा इसके लिए ऑनलाइन सर्च कर रहे हैं। सर्वे के अनुसार 52 प्रतिशत खरीदार ऐसे रहे जिन्होंने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से वाहन के बारे में जानकारी एकत्र की। इसमें 35 प्रतिशत ने सोशल मीडिया तो 23 प्रतिशत लोगों ने कार ऐप्स का सहारा लिया। नवरात्रि के दौरान यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री में 34 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।