सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक दोपहिया के लिए फास्टर एडॉप्शन ऐंड मैन्युफेक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FAME-2) रियायत घटाने से जून में इन वाहनों की बिक्री में 56.3 प्रतिशत (मई की तुलना में) की बड़ी गिरावट को बढ़ावा मिला।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) द्वारा शुक्रवार को साझा किए गए आंकड़े के अनुसार, हालांकि सालाना आधार पर इस बिक्री में 3.21 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गई है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि जून में कुल दोपहिया बिक्री में ईवी की भागीदारी 3.5 प्रतिशत रही, जो मई 2023 में 7 प्रतिशत और जून 2022 में 3.6 प्रतिशत थी।
फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया (FADA President) ने कहा, ‘दोपहिया बिक्री में 12 प्रतिशत की मासिक गिरावट दर्ज की गई थी और इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री मई के मुकाबले जून में 56 प्रतिशत नीचे आ गई। यह गिरावट मुख्य तौर पर सरकार द्वारा फेम रियायत घटाए जाने की वजह से आई है।’
पिछले महीने के दौरान इलेक्ट्रिक दोपहिया बिक्री 45,806 वाहन रही, जो मई में 104,829 वाहन थी। वहीं जून 2022 में यह आंकड़ा 44,381 वाहन था।
इस उद्योग की जिन बड़ी कंपनियों को मासिक आधार पर बिक्री में कमी का सामना करना पड़ा है, उनमें ओला इलेक्ट्रिक मुख्य रूप से शामिल है।
Ola Electric की बिक्री जून में 38 प्रतिशत घटी
ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) की बिक्री मई के 28,469 वाहनों के मुकाबले 38 प्रतिशत घटकर जून में 17,579 रह गई। टीवीएस मोटर की मासिक बिक्री भी मई 2023 के 20261 वाहनों की तुलना में 61 प्रतिशत घटकर जून में 7,807 वाहन रह गई, जबकि उसने जून 2022 में बेचे गए 1,983 वाहनों की तुलना में बिक्री में करीब तीन गुना वृद्धि दर्ज की है। अन्य दो प्रमुख कंपनियों – एथर एनर्जी और बजाज ऑटो की बिक्री भी मई के मुकाबले करीब 70 प्रतिशत घटी है।
वहीं ओकीनावा ऑटोटेक, एम्पीयर व्हीकल्स और हीरो इलेक्ट्रिक ने मासिक तथा सालाना आधार, दोनों पर बिक्री में गिरावट दर्ज की है। ओकीनावा ऑटोटेक की बिक्री सालाना आधार पर 63 प्रतिशत और मासिक आधार पर 10 प्रतिशत घटकर 2,616 वाहन रह गई।