ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से चलने वाली जेनरेटिव प्री ट्रेनिंग ट्रांसफॉर्मर (GPT) Chat प्रौद्योगिकी की बढ़ती लोकप्रियता देखकर भारत में भी यूजर्स इसकी तरफ खिंचने लगे हैं। GPT चैट ऐप लाने वाले ऐप डेवलपरों को बेशुमार डाउनलोड मिल रहे हैं। Sensor Tower और App Annie (अब data.ai) के आंकड़ों के अनुसार उनकी रैंकिंग बढ़ने से यह बात साबित भी होती है।
उद्योग का अनुमान है कि देश भर के ऐप स्टोर्स से अभी तक करीब 10 लाख बार GPT आधारित Chat App डाउनलोड किया जा चुका है। GPT न्यूरल मशीन लर्निंग है, जो इंटरनेट पर मौजूद जानकारी का इस्तेमाल कर सामग्री तैयार कर सकती है और उसे टाइप भी कर सकती है। पिछले हफ्ते गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सर्च इंजन में इसे शामिल करने की घोषणा की थी, जिससे दुनिया में इसकी धूम मच गई है।
मगर यह चिंता भी बढ़ने लगी है कि ऐप स्टोर्स पर मौजूद GPT ऐप में से कितने असली हैं। यह सवाल उठना भी लाजिमी है कि उन ऐप में वाकई GPT प्रौद्योगिकी वाला इंजन है या नहीं। जब ऐप स्टोर कंपनियां शुल्क (499 रुपये से शुरू) लेकर सबस्क्रिप्शन देने लगी हैं तो ऐसे सवाल उठेंगे ही।
सेंसर टॉवर के अनुसार वियतनाम का लोकप्रिय चैटबॉट ऐप ओपन चैट दिसंबर 2022 में आया था। कुछ ही महीनों में भारत में यह खासा लोकप्रिय हो गया है। गूगल प्ले पर डाउनलोड के लिहाज से उत्पादकता ऐप टूल श्रेणी में वह 2 फरवरी को 28वें पायदान पर था मगर जबरदस्त छलांग लगाते हुए 14 फरवरी को आठवें पायदान पर पहुंच गया।
चैट गॉड को भी दिसंबर में दुनिया भर में पेश किया गया। डाउनलोड के लिहाज से इसकी रैंकिंग में भी काफी उछाल दिख रही है। गूगल प्ले की उत्पादकता सूची में यह 22 फरवरी को 225वें पायदान पर और 14 फरवरी को उछलवकर 34वें पायदान पर पहुंच गया।
ऐसा नहीं है कि इसकी लोकप्रियता भारत में ऐंड्रॉयड फोन तक ही सीमित है। सेंसर टॉवर के आंकड़ों से पता चलता है कि AI+Chatbot भी ऐप स्टोर पर उत्पादकता सूची में 2 फरवरी को 130वें पायदान से उछलकर 14 फरवरी को 29वें पायदान पर पहुंच गया।
दिलचस्प है कि इस साल जनवरी और फरवरी में इस क्षेत्र में कई नए ऐप जारी किए गए हैं और ग्राहकों का ध्यान खींचने के लिए उनमें होड़ मची है। इसी महीने रैपिड चैट GPT आया है।। ऐप एनी की उत्पादकता सूची में इसकी रैंकिंग 8 फरवरी को 341 थी, जो महज छह दिन बाद बढ़कर 132 हो गई। 3 फरवरी को जारी किया गया चैट एआई GPT उत्पादकता सूची 409वें पायदान से उछलकर 12 फरवरी को 14वें पायदान पर पहुंच गया।
दक्षिण कोरिया की ब्लॉक चेन कंपनी वेमिक्स ने इस महीने के पहले सप्ताह में Ask Me GPT पेश किया था। भारत में ऐप एनी की उत्पादकता सूची में यह ऐप 533वें पायदान पर था। इसके अलावा कई ऐसे स्टार्टअप हैं, जो इस जमात में शामिल हो गए हैं। लेकिन उनकी कुल संख्या का पता लगाना कठिन है।
बहरहाल चिंता यह हो रही है कि ऐप स्टोर पर मौजूद GPT ऐप नकली तो नहीं हैं। अमेरिका की डिजिटल सिक्योरिटी कंपनी आर्मरकोड इंक के संस्थापक एवं सीईओ निखिल गुप्ता ने कहा, ‘यूजर्स को दो मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। पहला, क्या ऐप वास्तव में GPT चैट इंजन का उपयोग कर रहा है या उसमें कोई दूसरी चैटबॉट तकनीक है। दूसरा, इन ऐप को डाउनलोड करते समय कहीं उसके फोन में मैलवेयर तो नहीं आ जाएगा।’ उन्होंने कहा कि ओपन आर्किटेक्चर के कारण गूगल प्ले के लिए यह सुनिश्चित करना कठिन है।