facebookmetapixel
पांच साल में 479% का रिटर्न देने वाली नवरत्न कंपनी ने 10.50% डिविडेंड देने का किया ऐलान, रिकॉर्ड डेट फिक्सStock Split: 1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! इस स्मॉलकैप कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट जल्दसीतारमण ने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को लिखा पत्र, कहा: GST 2.0 से ग्राहकों और व्यापारियों को मिलेगा बड़ा फायदाAdani Group की यह कंपनी करने जा रही है स्टॉक स्प्लिट, अब पांच हिस्सों में बंट जाएगा शेयर; चेक करें डिटेलCorporate Actions Next Week: मार्केट में निवेशकों के लिए बोनस, डिविडेंड और स्प्लिट से मुनाफे का सुनहरा मौकाEV और बैटरी सेक्टर में बड़ा दांव, Hinduja ग्रुप लगाएगा ₹7,500 करोड़; मिलेगी 1,000 नौकरियांGST 2.0 लागू होने से पहले Mahindra, Renault व TATA ने गाड़ियों के दाम घटाए, जानें SUV और कारें कितनी सस्ती हुईसिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, इन वजहों से भी रिजेक्ट हो सकता है आपका लोनBonus Share: अगले हफ्ते मार्केट में बोनस शेयरों की बारिश, कई बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेंगी शेयरटैक्सपेयर्स ध्यान दें! ITR फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक, इन बातों का रखें ध्यान

Alert for Chrome Users: क्या आपका गूगल क्रोम सेफ है? जानें क्यों जारी हुआ हाई रिस्क अलर्ट

CERT-In के मुताबिक गूगल क्रोम की ये कमजोरियां विंडोज़ (Windows), मैक (Mac) और लिनक्स (Linux) - तीनों ही ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटर्स को प्रभावित कर सकती हैं।

Last Updated- February 23, 2024 | 12:58 PM IST
AI से लैस हुआ Chrome ब्राउज़र, Google ने रॉल-आउट किया Chrome M122 अपडेट , Chrome browser equipped with AI, Google rolls out Chrome M122 update

आज के समय में बढ़ती डिजिटल दुनिया में इंटरनेट से जितना फायदा है कहीं न कहीं उसके नुकसान भी देखने को मिल जाते हैं। जरा सी लापरवाही और यूजर किसी बड़े डिजिटल जालसाजी या प्राइवेसी ब्रीच का शिकार बन सकते हैं। डिजिटल इस्तेमाल को सेफ रखने के लिए समय-समय पर एजेंसियां निर्देश और अलर्ट जारी करती रहती हैं।

ऐसा ही एक अलर्ट इस बार जारी हुआ है, दुनिया भर में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले ब्राउज़र गूगल क्रोम को लेकर। क्रोम का इस्तेमाल करने वाले करोड़ों लोगों के लिए एक ‘हाई रिस्क अलर्ट’ जारी किया गया है। ये अलर्ट भारत सरकार की महत्वपूर्ण एजेंसी – कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (Cert-In) ने अपनी लेटेस्ट सिक्योरिटी एडवाइजरी के तहत जारी किया है। ये एजेंसी देश देश की सायबर सिक्योरिटी के लिए काम करती है।

क्यों जारी हुआ हाई रिस्क अलर्ट?

Cert-In ने अपनी लेटेस्ट सिक्योरिटी एडवाइजरी में कहा है कि गूगल क्रोम में कई कमजोरियों का पता चला है, जिसके कारण दूर बैठे-बैठे सायबर अटैक करने वाले आपके सिस्टम को ‘हैक’ कर सकते हैं। CERT-In के मुताबिक गूगल क्रोम की ये कमजोरियां विंडोज़ (Windows), मैक (Mac) और लिनक्स (Linux) – तीनों ही ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटर्स को प्रभावित कर सकती हैं।

एडवाइजरी के मुताबिक गूगल क्रोम के v122.0.6261.57 या उससे पुराने वर्जन में इसका असर होने का खतरा ज्यादा है।

गूगल ने जारी किया सिक्योरिटी फिक्स

सर्ट-इन ने अपनी एडवाइजरी में बताया है कि ब्राउजर की सिक्योरिटी से जुड़ी इन खामियों को दूर करने के लिए गूगल ने क्रोम के लेटेस्ट वर्जन में 12 सिक्योरिटी फिक्स जारी किए हैं।

क्या कर सकते हैं क्रोम यूजर्स?

सायबर सिक्योरिटी एजेंसी ने गूगल क्रोम इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों को हिदायत दी है कि किसी भी तरह से साइबर अटैक से बचने से लिए ब्राउज़र को तुरंत अपडेट करके लेटेस्ट वर्जन को इंस्टाल कर लें। यह हिदायत विंडोज़ (Windows) ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटर इस्तेमाल करने वालों के साथ ही साथ एपल के बने मैक (Mac) कंप्यूटर चलाने वालों और लिनक्स (Linux) ऑपरेटिंग सिस्टम के यूजर्स के लिए भी दी गई है।

कैसे इंस्टाल करें Google Chrome का लेटेस्ट वर्जन ?

1. Google Chrome को अपडेट करने के लिए कंप्यूटर का ब्राउज़र खोलें और स्क्रीन के सबसे ऊपर दाईं ओर, दिखने वाले वाले तीन डॉट्स पर क्लिक करें।

2. क्लिक करने पर आपको एक ड्रॉप-डाउन मेनू दिखाई देगा। वहां Help पर टैप करने के बाद About Google Chrome पर क्लिक करें।

3. जैसे ही आप About Chrome पर क्लिक करेंगे, आपके Google Chrome को अपडेट करने की प्रॉसेस शुरू हो जाएगी और आपकी स्क्रीन पर ‘Updating Chrome’ का मैसेज और अपडेशन का परसेंटेज दिखाई देने लगेगा।

4. अपडेट करने की प्रॉसेस पूरी हो जाने के बाद आपको ‘Relaunch’ के बटन पर क्लिक करना होगा। इसके साथ ही आपके Google Chrome ब्राउजर के लेटेस्ट वर्जन का इंस्टालेशन पूरा हो जाएगा।

First Published - February 23, 2024 | 12:58 PM IST

संबंधित पोस्ट