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Editorial: निर्यात पर निर्भरता के चलते चीन की टिकाऊ आर्थिक तेजी को गंभीर चुनौतीसरकार को विकास दर में तेजी और नागरिकों के जीवन स्तर के बीच संतुलन बनाए रखना होगाफ्री सुविधाओं पर राज्यों का जोर और शिक्षा की अनदेखी से हो सकता है दीर्घकालीन नुकसानस्मार्ट मनी या धीमा जहर? Options Trading का कड़वा सच, जो हर निवेशक को जानना जरूरी!Share Market: वैश्विक दबाव का बाजार पर असर, सेंसेक्स-निफ्टी मामूली गिरावट के साथ बंदKSH International IPO: GMP, डेट और प्राइस बैंड के साथ निवेश से पहले पूरी जानकारीबेरोजगारी में बड़ी गिरावट: नवंबर 2025 में दर 4.7% पर आई, महिलाओं-गांवों में सबसे ज्यादा सुधारक्या आप EMI चुकाने से चूक गए? जानें इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर क्या असर पड़ेगा और इससे कैसे बचेंभारत डेटा सेंटर के लिए दुनिया की पसंदीदा जगह, क्योंकि यहां बिजली की कोई कमी नहीं: गोयलE20 मानकों का पालन न करने वाले वाहनों को हटाने या उनमें सुधार करने की कोई योजना नहीं: गडकरी
वित्त-बीमा

Bharat Bond ETF: बिना जोखिम बेहतर रिटर्न

फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स (fixed income instruments) में निवेश को तरजीह देने वाले निवेशकों को फिर से भारत बॉन्ड ईटीएफ (Bharat Bond ETF) में निवेश का मौका मिल सकता है क्योंकि सरकार दिसंबर में देश के इस पहले कॉरपोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की चौथी सीरीज/चरण लॉन्च करने की योजना बना रही है। वर्ष 2019 में […]

बाजार

नए संवत में शेयर बाजार की बेहतर राह की उम्मीद

 एक साल के एकीकरण के बाद संवत 2079 में भारतीय बाजारों का प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद है। इक्विटी रणनीतिकारों का मानना है कि देसी बाजार एक अंक में रिटर्न दे सकते हैं, जो इस पर निर्भर करेगा कि वैश्विक माहौल कैसा रहता है और जोखिम लेने की इच्छा कौन सी करवट लेती है। इक्विटी […]

वित्त-बीमा

यूलिप : कर नियमों को लेकर रहें सचेत

जो लोग जो बेहतर रिटर्न और कर की बचत के साथ जो​खिम कवर यानी जीवन बीमा का लाभ भी चाहते हैं, उनके लिए यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान या यूलिप एक बेहतर विकल्प है। पिछले कुछ वर्षों में इस स्कीम में किए गए बदलाव के बाद इसके प्रति लोगों की रुचि फिर से बढ़ी है। इस तरह […]

वित्त-बीमा

यूलिप : कर नियमों को लेकर रहें सचेत

जो लोग जो बेहतर रिटर्न और कर की बचत के साथ जो​खिम कवर यानी जीवन बीमा का लाभ भी चाहते हैं, उनके लिए यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान या यूलिप एक बेहतर विकल्प है। पिछले कुछ वर्षों में इस स्कीम में किए गए बदलाव के बाद इसके प्रति लोगों की रुचि फिर से बढ़ी है। इस तरह […]

बाजार

सावधि जमाओं से बेहतर डेट फंड

प्रदर्शन के मामले में डेट फंडों का संघर्ष शायद समाप्त होने वाला है। पिछले कुछ वर्षों से कम रिटर्न देने के बाद डेट फंड अंतत: ऐसे मोड़ पर है जहां वह महंगाई को पीछे छोड़ सकता है और बैंक की सावधि जमाओं से थोड़ा ज्यादा रिटर्न दे सकता है। कम रिटर्न की वजह निवेश पर […]

बाजार

सेबी ने फर्जी पोर्टफोलियो मैनेजरों से निवेशकों को किया सतर्क

 बाजार नियामक सेबी ने अनधिकृत मुद्रा संग्रह के जाल में फंसने से निवेशकों को सतर्क किया है, जिसे वैसी इकाइयां अंजाम दे रही हैं जो पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करने का दावा कर रही हैं। बाजार नियामक ने पाया है कि कुछ इकाइयां निवेशकों  से छोटी-छोटी रकम जुटा रही हैं और उन्हें ज्यादा रिटर्न का […]

बाजार

लार्जकैप फंड बेंचमार्क से पिछड़े

 सक्रियता से प्रबंधित लार्जकैप म्युचुअल फंडों की करीब 80 फीसदी योजनाएं पिछले एक साल से बेंचमार्क इंडेक्स के रिटर्न को पीछे छोड़ने के लिए संघर्ष कर रही हैं। लार्जकैप योजनाएं निफ्टी व सेंसेक्स को व्यापक पैमाने पर बेंचमार्क के तौर पर इस्तेमाल करती हैं और इन दोनों ने अक्टूबर 2021 में अब तक के सर्वोच्च […]

बाजार

अगस्त में लार्जकैप से बेहतर पर मिडकैप से कमजोर रहा स्मॉलकैप

 स्मॉलकैप इंडेक्स ने अगस्त में लार्जकैप के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन मिडकैप के रिटर्न की बराबरी करने में नाकाम रहा। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 4.9 फीसदी चढ़ा जबकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 6.2 फीसदी की उछाल दर्ज हुई। साल 2022 का यह तीसरा कैलेंडर महीना था जब स्मॉलकैप इंडेक्स ने लार्जकैप की भरमार […]

अर्थव्यवस्था

इस साल कम दाखिल हुए आयकर रिटर्न

हाल के वर्षों की तुलना में इस साल सबसे कम रिटर्न दाखिल हुए हैं। आकलन वर्ष (एवाई) 2022-23 में 31 जुलाई तक 583 लाख रिटर्न दाखिल किए गए हैं। यह इसके पहले के वर्ष (एवाई-22) में दाखिल 714 लाख रिटर्न की तुलना में बहुत कम है। यह इसके पहले के वर्षों की तुलना में भी […]

कंपनियां

अल्पावधि में शुद्ध‍ ब्याज मार्जिन घटेगा

जून तिमाही में एचडीएफसी बैंक के स्थिर प्रदर्शन ने लंबी अवधि में बैंक की बढ़त की शानदार रफ्तार को लेकर विश्लेषकों के भरोसे को रेखांकित किया है। हालांकि एचडीएफसी संग विलय और परिचालन खर्च व रिटर्न अनुपात पर इसके असर के कारण अल्पावधि में बैंक के शेयर का प्रदर्शन कमजोर रह सकता है। इसे देखते […]