विशिष्टता न होने से निजी रेल ऑपरेटरों को चुनौतियां संभव
निजी रेलगाडिय़ों के लिए रेलवे कॉन्ट्रैक्ट में गैर प्रतिस्पर्धी प्रावधान न होने की वजह से निवेशकों के नकदी प्रवाह का जोखिम बढ़ सकता है। भारतीय रेल ने 2023 तक 109 मार्गों पर 151 प्राइवेट ट्रेन चलाने की योजना बनाई है। इंडिया रेटिंग ऐंड रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा है, ‘अन्य क्षेत्रों में भी जहां […]
महामारी से भारतीय उद्योग जगत की परिसंपत्ति बिक्री बढ़ी
नकदी प्रवाह में गिरावट और कमजोर मांग से प्रभावित कई भारतीय कंपनियां मौजूदा महामारी के प्रभाव से बचे रहने के प्रयास में परिसंपत्तियों की बिक्री में तेजी लाने के लिए अपने निवेश बैंकरों से संपर्क कर रही हैं। बड़े कर्ज वाली कंपनियां ज्यादा दबाव महसूस कर रही हैं, क्योंकि उनकी वित्तीय लागत कमजोर नकदी प्रवाह […]
‘इक्विटी पर रिटर्न कम रहने के आसार’
बीएस बातचीत वित्त वर्ष 2022 के दौरान जीडीपी और आय में तेजी से सुधार होने के लिए बाजार तैयार हो रहा है। एचडीएफसी लाइफ के मुख्य निवेश अधिकारी प्रसून गजरी ने कहा कि जब तक इस प्रकार की उम्मीदें पूरी नहीं होतीं, तब तक मूल्यांकन को सही ठहराना कठिन होगा। उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत […]
अदालत का आदेश दबावग्रस्त फर्मों के लिए बड़ी राहत
सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को कहा कि जिन खातों को 31 अगस्त तक एनपीए (गैर-निष्पादित आस्तियों) के तौर पर घोषित नहीं किया गया है, उन्हें फंसे कर्ज वाले खातों के तौर पर नहीं समझा जाएगा। इससे दबाव से जूझ रही उन कंपनियों को बड़ी राहत मिली है जो ऋण अदायगी को लेकर परेशान थीं, क्योंकि […]
टाटा स्टील का नकदी प्रवाह पर जोर
इस्पात का उत्पादन करने वाली देश की सबसे पुरानी कंपनी टाटा स्टील ने मौजूदा वैश्विक महामारी के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष के दौरान मुक्त नकदी प्रवाह सृजित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। टाटा स्टील के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने आज कंपनी के शेयरधारकों से कहा, ‘अप्रैल और मई कंपनी के लिए काफी कठिन दौर रहा […]
कोविड-19 वैश्विक महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लगाई गई पाबंदियों के कारण पूंजीगत वस्तु कंपनियों के उत्पादन की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। हालांकि कुछ कंपनियों ने संकट के इस दौर में भी भुगतान हासिल करने में सफल रही हैं। इसके अलावा कुछ ग्राहक निर्धारित समय से पहले बैंक गारंटी जारी कर रहे हैं […]
हालिया तेजी में वैल्यू फंडों ने बनाई बढ़त
वैल्यू-केंद्रित फंडों ने हाल के महीनों में अन्य इक्विटी श्रेणियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। लंबे समय तक दबाव का सामना करने के बाद इन फंड फंडों के प्रदर्शन में सुधार दिख रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में वैल्यू फंडों ने 21.41 प्रतिशत का औसत प्रतिफल दिया, जो लार्ज-कैप, मिड-कैप […]