भारतीय राजनीति से जुड़ी आर्थिक बहस में तब्दीली
संसद के इस बजट सत्र ने हमारी राष्ट्रीय राजनीति में नये बदलाव का संकेत दिया। दशकों तक धार्मिक या जातीय पहचान को लेकर निर्मित व्यक्ति आधारित अथवा प्रतिद्वंद्वी विचारधाराओं को लेकर उलझने के बाद भारत अब ऐसे युग में प्रवेश कर रहा है जहां बहस विशुद्ध रूप से आर्थिक नीतियों पर केंद्रित है। हमने संसद […]
बिहार चुनाव: आर्थिक नीतियों और राजनीतिक समीकरण का असर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के सहयोगी दलों और विपक्षी दलों के निशाने पर समान रूप से हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भले ही नीतीश के साथ खड़े होने का संदेश देने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हो लेकिन अपुष्ट खबरों के मुताबिक पार्टी राज्य में शीर्ष कमान पर […]
निस्तारण योजना को प्राथमिकता जरूरी
कोविड-19 के कारण लगे झटके से प्रभावित कंपनियों को लेकर सहानुभूति रखना सहज मानवीय गुण है। परंतु हर चीज की कीमत चुकानी पड़ी है। यदि हम कर्जदारों के प्रति नरमी बरतें तो इसकी कीमत कर्ज देने वालों को चुकानी पड़ेगी। ध्यान रहे हमारे देश मेंं कर्ज देने वाले भी बहुत अच्छी स्थिति में नहीं हैं। […]