त्रासद है आम आदमी पार्टी की आर्थिक समझ
मुफ्त उपहारों अर्थात ‘रेवड़ियों’ को लेकर चल रही मौजूद हल्की और राजनीतिक बहस मुझे सन 1992-1993 की याद दिलाती है जब सुधारों के बाद के शुरुआती वर्षों में भी ऐसी ही चर्चा उठी थी। राजीव गांधी द्वारा सन 1985-89 के दौरान किए गए भारी भरकम खर्च के बाद नरसिंह राव-मनमोहन सिंह की जोड़ी के पास […]
जलवायु परिवर्तन की चुनौती और जल संरक्षण
इस मॉनसून के दौरान जब बारिश का बेशकीमती पानी नालियों में बहे तो थोड़ा अवसर निकालकर जल प्रबंधन के बारे में हम अपने ज्ञान को संक्षेप में दोहराएं और देखें कि जलवायु के जोखिम की शिकार दुनिया में इसका क्या अर्थ है? दो ऐसे तथ्य हैं जिनका खंडन नहीं किया जा सकता है: पहला, पानी […]
बायोटेक पार्क को बायोटेक हब के तौर पर विकसित करेगी योगी सरकार
उत्तर प्रदेश की राजधानी में मौजूद बायोटेक पार्क को योगी सरकार सुविधाओं और संसाधनों से लैस बायोटेक हब के तौर पर विकसित करेगी। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक लाख करोड़ डॉलर की बनाने के लक्ष्य में जुटी राज्य सरकार ने इसके लिए लखनऊ स्थित बायोटेक पार्क को नई सुविधाओं और संसाधनों से लैस करने का […]
बद से बदतर होती श्रीलंका की अर्थव्यवस्था, जरूरी वस्तुओं का अभाव
लैटिन अमेरिका की अर्थव्यवस्थाएं ‘एल डोराडो अभिशाप’ से पीडि़त हैं। वहां संसाधन तो हैं लेकिन विकास उनसे दूर है। एल डोराडो सोने का एक पौराणिक खोया हुआ शहर माना जाता है जो संभवत: दक्षिण अमेरिका में है। श्रीलंका और पाकिस्तान भी दक्षिण एशिया के एल डोराडो बनने के लिए तैयार हैं। उनकी अर्थव्यवस्थाएं पहले से […]
दूरसंचार नियामक ने 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी को लेकर जो अनुशंसा की है वह सरकार द्वारा हाल में इस क्षेत्र में सुधार के लिए उठाए गए कदमों के अनुरूप है। 3.3 से 3.6 गीगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम बैंड के आधार मूल्य में 36 फीसदी की कमी और 700 मेगाहट्र्ज के प्रीमियम बैंड में 40 फीसदी की कमी का […]
पारदर्शिता को लेकर अलग-अलग रुख
केंद्रीय वित्त मंत्रालय की सराहना करना उचित है कि उसने बॉन्ड जैसे बजट से इतर संसाधनों की मदद से सरकारी व्यय की पूर्ति को स्वीकार करने में पारदर्शिता का परिचय दिया। सरकार इनकी अपने स्तर पर या फिर राष्ट्रीय अल्प बचत फंड (एनएसएसएफ) से उधारी लेकर पूरी भरपाई करती है। बजट से इतर ऐसे संसाधनों […]
बजट में बुनियादी ढांचे पर दिया गया ध्यान
यदि कर बढ़ोतरी को छोड़ दिया जाए तो बजट भाषणों की उन बातों के लिए शायद ही कभी आलोचना की जाती है जो संसद में उन्हें पढ़ते हुए कही जाती हैं। परंतु बजट भाषण की उन बातों को लेकर प्राय: हमेशा ही आलोचना की जाती है जो बातें उनमें शामिल नहीं की जातीं। यह बात […]
कोविड के दौरान आंकड़ों की बाढ़
कुछ वर्षों पहले आंकड़ों एवं सूचनाओं (डेटा) को ‘तेल’ की तरह नया और कीमती संसाधन बताया गया था मगर कोविड-19 महामारी ने इसमें नया आयाम जोड़ दिया है। आंकड़ों में दिलचस्पी लेने वाले लोग कोविड-19 के नए स्वरूप से लेकर विभिन्न प्रकार के टीकों और जीवन से कार्य स्थल तक समेत सभी चीजों से जुड़े […]
सीओपी26 पर भारत ने जताई गहरी निराशा
विकसित देशों द्वारा जलवायु वित्तपोषण के लक्ष्यों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए भारत ने जलवायु वित्तपोषण संसाधनों के आवंटन और प्रति वर्ष 100 अरब डॉलर के उपयोग पर गहरी निराशा व्यक्त की है। जलवायु वित्तपोषण पर उच्च स्तरीय मंत्री स्तर की पहली बातचीत पर भारत ने बयान जारी कर कहा, ‘हमने सीओपी26 […]
एक महीने में 50 फीसदी चढ़ा सेल
सरकारी स्वामित्व वाली स्टील कंपनी सेल ने पिछले एक महीने में 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की है। ज्यादातर बढ़त पिछले चार कारोबारी सत्र मेंं दर्ज हुई है और यह शेयर 100 रुपये से 28 फीसदी की बढ़त के साथ 128 रुपये पर पहुंच गया। धातु क्षेत्र की सभी कंपनियों के शेयर बढ़त […]