गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने अमेरिका में काम कर रहे कुछ कर्मचारियों को अंतरराष्ट्रीय यात्रा से बचने की सलाह दी है। ये सलाह खासतौर पर उन कर्मचारियों के लिए है जो अमेरिकी वीजा पर काम कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल की ओर से भेजे गए एक आंतरिक ईमेल में बताया गया है कि अमेरिका के कई दूतावासों और काउंसलेट में वीजा अपॉइंटमेंट मिलने में काफी देरी हो रही है। ऐसे में अगर कोई कर्मचारी विदेश यात्रा करता है और उसे दोबारा अमेरिका लौटने के लिए वीजा स्टैंप की जरूरत पड़ती है, तो उसे लंबे समय तक अमेरिका के बाहर रुकना पड़ सकता है।
Also Read: भारत और EU पर अमेरिका की नाराजगी, 2026 तक लटक सकता है ट्रेड डील का मामला
ईमेल में यह भी कहा गया है कि कुछ जगहों पर वीजा प्रक्रिया में 12 महीने तक का समय लग सकता है। इसी वजह से कर्मचारियों को फिलहाल विदेश यात्रा न करने की चेतावनी दी गई है।
इस बीच, अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में H-1B वीजा आवेदकों की जांच प्रक्रिया को और सख्त कर दिया है। इसमें सोशल मीडिया अकाउंट की जांच भी शामिल है। H-1B वीजा का इस्तेमाल बड़ी संख्या में टेक कंपनियां करती हैं, खासकर भारत और चीन से कुशल कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए।
इसके अलावा, इस साल H-1B वीजा के नए आवेदनों पर 1 लाख डॉलर की फीस लगाए जाने के बाद यह कार्यक्रम फिर से चर्चा में आ गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले सितंबर महीने में भी अल्फाबेट ने अपने कर्मचारियों, खासकर H-1B वीजा धारकों को, अमेरिका के बाहर यात्रा न करने की सलाह दी थी।