भारत को अगले 25 साल में शासन की संरचना पर ध्यान देने की जरूरत
भारत में लोकतंत्र, कानून का शासन और संस्थानों के कारण मुख्यतौर पर स्वतंत्रता के 75 साल बाद भारत के समक्ष असीम संभावनाएं मौजूद हैं। लेकिन भारत के सामने कई चुनौतियां जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा और शासन की संरचना हैं। हमें अपनी जनांकीय लाभांश का फायदा उठाना है। बिज़नेस स्टैंडर्ड प्लेटिनम पर्स्पेक्टिव्स के नामचीन विशेषज्ञों के पैनल […]
विधि के शासन की सफलता के लिए आवश्यक तत्त्व
समाज की सभी समस्याओं का समाधान विधि के शासन में निहित है। फिर वे समाज के किसी भी वर्ग से क्यों न जुड़ी हों। चाहे वामपंथ हो या दक्षिणपंथ, उदारवादी हों या रूढ़िवादी, उन सभी का भी ऐसा ही विश्वास है। इससे जुड़े नियमों को लेकर उनमें मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इस पर उनकी […]
न्यायपालिका की नाकामी के क्या हैं कारण?
सार्वजनिक बुद्धिजीवी और मीडिया टिप्पणीकार ‘विधि के शासन’ पर अत्यधिक विश्वास रखते हैं, यह और बात है कि नियम शक्तिशाली लोगों द्वारा बनाये जाते हैं और एक ऐसी व्यवस्था में लागू किये जाते हैं जहां संसाधन संपन्न लोग उनकी व्याख्या अपने फायदे के लिए कर सकते हैं। इस आलेख में हम इस विषय में बात […]
संवैधानिक मूल्यों पर आधारित हो राजनीति
भले ही चुनावों को लेकर औपचारिक प्रावधान बरकरार हैं लेकिन भारतीय लोकतंत्र राजनीतिक संस्कृति के एक बड़े संकट का सामना कर रहा है। इस संकट में सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच के संवाद, एक विविधतापूर्ण समाज में बहुसंख्यकवाद की बढ़ती वैधता, मूल अधिकारों और कानून प्रवर्तन के प्रावधानों के प्रभाव को लेकर भरोसा कम […]