कोविड की दूसरी लहर और आर्थिक दृष्टिकोण
कोविड-19 महामारी के कारण हमारे आसपास एक असाधारण स्वास्थ्य संबंधी त्रासदी घटित हो रही है। यह स्वाभाविक रूप से एक आर्थिक संकट की आशंका भी पैदा करता है। इस आलेख में हम इस संभावना पर बात करेंगे कि शायद पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष आर्थिक गतिविधियां ज्यादा बुरी तरह प्रभावित न हों। कंपनियों […]
बुनियादी परियोजनाओं की इकाई पर नीति निर्माता बंटे
नीति आयोग और सरकार के विभागों के नीति निर्माता बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के मुद्रीकरण के लिए अलग इकाई या होल्डिंग कंपनी बनाकर ऐसी संपत्तियों को उसमें डाले जाने को लेकर बंटे हुए हैं। हालांकि नीति आयोग ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से इस तरह की एक अलग एसपीवी बनाने को कहा है। दो सरकारी […]
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर शून्य के करीब रह सकती है। उनका यह अनुमान भी अत्यधिक आशावादी प्रतीत होता है क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक समेत अधिकांश जगहों से आए पूर्वानुमान में कहा गया है कि इस वर्ष वास्तविक उत्पादन में दो अंकों में गिरावट आ […]
कोविड-19 महामारी के संकट से इतर भी हो सुधार पर नजर
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने कहा था कि सत्ताधारी राजनेताओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती है लंबी अवधि की नीति पर ध्यान केंद्रित करना। सरकार के सामने हर रोज नई चुनौतियां उभरती हैं, ऐसे में दूरगामी नीति तैयार करना उसकी प्राथमिकता में पीछे हो सकता है। भारत के मौजूदा नेतृत्व के समक्ष भी […]