बीएसए व हक्र्यूलस जैसे ब्रांड की साइकल बनाने वाली मुरुगप्पा समूह की कंपनी ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स इन इंडिया मार्च, 2022 तक तिपहिया यात्री वाहन पेश कर ई-मोबिलिटी में उतरेगी। कंपनी के आला अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को यह जानकारी दी। इसके बाद कंपनी धीरे-धीरे कार्गो, स्कूटर और ई-रिक्शा में उतरने पर विचार करेगी। इंजीनियरिंग, साइकल समेत तीन कारोबारी डिविजन का परिचालन करने वाली कंपनी की भारत के साइकल बाजार में करीब 25 फीसदी हिस्सेदारी है।
कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अपने अंबतूर संयंत्र में अलग इकाई पर काम शुरू कर चुकी है। इस इकाई पर साल 2023 तक पहले चरण में करीब 150-200 करोड़ रुपये का निवेश हो सकता है। ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स साइकल्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष कल्याण कुमार पॉल ने कहा, हम अगले साल मार्च तक इलेक्ट्रिक तिपहिया पेश करेंगे। इस पर काम शुरू हो चुका है और काफी उपकरण लगाए जा चुके हैं। हम संभावित बाजार, वितरण व सर्विस से जुड़ी रणनीति पर विचार कर रहे हैं। अभी की रणनीति दक्षिण भारत के बाजार पर नजर डालने और धीरे-धीरे देश के अन्य इलाकों में प्रसार की है। इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी के तौर पर ट््यूब इन्वेस्टमेंट्स के लिए फायदेमंद यह है कि उसके पास साइकल के लिए 3,500 डायरेक्ट डीलर पॉइंट की आपूर्ति शृंखला और ट्रैंक ऐंड ट्रेल ब्रांड के तहत 190 एक्सक्लूसिव रिटेल आउटलेट है। कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन में उतरने के दौरान इसका कम से कम शुरुआती चरण में फायदा उठा सकती है।पॉल ने कहा, इसके बाद हम कार्गो के क्षेत्र मेंं उतरेंगे। इसके बाद ई-रिक्शा व स्कूटर में उतरने का इरादा है। नए इलेक्ट्रिक तिपहिया की योजना के शुरुआती दौर में कंपनी ने तकनीक साझा करने की खातिर कोरिया की कंपनी को जोड़ा था।