स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों की अपनी नवीनतम शृंखला की मजबूत मांग से प्रेरित टाटा मोटर्स ने हुंडई मोटर्स इंडिया को पीछे छोड़कर घरेलू बाजार में मारुति सुजूकी के बाद दूसरी सबसे बड़ी यात्री कार विके्रता बन गई है। टाटा मोटर्स ने दिसंबर 2021 के महीने में अपने डीलरों को यात्री वाहनों की 35,461 इकाइयां भेजीं, जबकि पिछले महीनों में हुंडई मोटर्स इंडिया ने 32,312 इकाइयां भेजीं। जहां एक ओर घरेलू बाजार में टाटा मोटर्स की खेप दिसंबर 2020 की 23,564 इकाइयों के मुकाबले सालाना आधार पर 50.5 प्रतिशत अधिक रही, वहीं दूसरी ओर घरेलू बाजार में हुंडई की बिक्री एक साल पहले की 47,400 इकाइयों के मुकाबले 31.8 प्रतिशत कम रही।
1990 के दशक के आखिर में यात्री वाहन बाजार में इसके प्रवेश के बाद ऐसा पहली बार है कि टाटा मोटर्स मासिक बिक्री के आधार पर उद्योग की अगुआ मारुति सुजूकी के बाद देश में दूसरा सबसे बड़ी यात्री वाहन विक्रेता बन गई है। कंपनी 1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में करीब दशक तक मारुति सुजूकी और हुंडई मोटर्स के बाद तीसरी सबसे बड़ी कार विनिर्माता थी। अपनी छोटी कार टाटा नैनो की व्यावसायिक विफलता के बाद बाजार हिस्सेदारी गंवाकर प्रतिस्पद्र्धियों के पास जाने तक यही स्थिति थी।
अलबत्ता हुंडई मोटर्स इंडिया (एचएमआई) पिछले साल की शुरुआत से अब तक दूसरे स्थान पर यात्री वाहनों की विक्रेता रही थी। एचएमआई ने कैलेंडर वर्ष 2021 में यात्री वाहनों की कुल पांच लाख इकाइयों की खेप भेजी, जबकि इस अवधि के दौरान टाटा मोटर्स ने 3.32 लाख इकाइयों की खेप भेजी। कोरियाई कार विनिर्माता की भारतीय सहायक कंपनी कुल बिक्री के मामले में टाटा मोटर्स से आगे है, जिसमें निर्यात भी शामिल है। एचएमआई ने दिसंबर 2021 के महीने में कुल 48,933 यात्री वाहनों की खेप भेजी, जिसमें निर्यात (16,621 इकाइयां) भी शामिल हैं।