त्योहारी मौसम का 35 दिन का पहला चरण दशहरे के साथ खत्म हो गया मगर वाहन कंपनियों में रौनक नहीं आई। आम तौर पर नवरात्र को गाडिय़ों की बिक्री के लिहाज से शानदार समय माना जाता है मगर इस बार कंपनियां सेमीकंडक्टर की लगातार किल्लत के कारण मांग पूरी करने के लिए ही जूझती रहीं। उधर लुभावनी पेशकश और योजनाओं के बावजूद दोपहिया की मांग नहीं सुधरी। वाहन कंपनियों के अधिकारी और डीलर कह रहे हैं कि दीवाली के दो दिन बाद समाप्त होने वाले त्योहारी सीजन के दौरान आपूर्ति या मांग सुधरने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही।
पिछले साल ज्यादातर कार कंपनियों की त्योहारी सीजन के दौरान बिक्री में दो अंकों में बढ़ोतरी रही थी। लेकिन इस साल कुल खुदरा बिक्री साल भर पहले के मुकाबले 50 से 60 फीसदी कम रहने के आसार हैं क्योंकि कार विनिर्माता चिप की किल्लत के कारण मांग पूरी नहीं कर पा रहे हैं। दोपहिया कंपनियों को लगातार दूसरे साल कमजोर मांग और ऊंची लागत के बीच नवरात्र में कमजोर बिक्री झेलनी पड़ी है।
कार बाजार की अगुआ मारुति सुजूकी इंडिया में कार्यकारी निदेशक (सेल्स एवं मार्केटिंग) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में जो रुझान दिखा है वही इस बार भी जारी रहा। नए मॉडलों की पेशकश और आवाजाही के खुद के साधनों को तरजीह दिए जाने से कारों और एसयूवी की मांग में बढ़त बनी हुई है। लेकिन अब खरीदारों का धैर्य जवाब दे रहा है और वे अपने चुने हुए मॉडल के लिए लंबा इंतजार नहीं करना चाहते हैं।
श्रीवास्तव ने कहा, ‘इसका पता बुकिंग में 6-7 फीसदी गिरावट से चलता है। यह शुरुआत में अच्छी थी लेकिन बाद में कमजोर पडऩे लगी।’ उन्होंने कहा कि खरीदारों को जब लगा कि उनका पसंदीदा मॉडल धनतेरस या दीवाली पर नहीं मिल पाएगा तो उन्होंने खरीदारी का फैसला टाल दिया। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने भी कहा, ‘नए मॉडलों से ग्राहकों में उत्साह बना हुआ है, लेकिन पसंद एवं उपलब्धता की कमी से स्थितियां बिगड़ रही हैं। सौदे पूरे नहीं हो रहे हैं।’
उद्योग के अधिकारी ने कहा कि मॉडल, विशेष रूप से महंगे मॉडल उपलब्ध नहीं होने का कुल खुदरा बिक्री पर असर पड़ा है और इनमें 7 से 15 अक्टूबर के बीच सालाना आधार पर 50 फीसदी गिरावट का अनुमान है।
खरीदार शुरुआती स्तर के मॉडल नहीं खरीद रहे हैं। ज्यादातर मांग मध्यम एवं महंगे मॉडलों की आ रही है, जिनकी चिप की किल्लत के कारण आपूर्ति कम है। इस वजह से आकर्षक उपभोक्ता पेशकशों के बावजूद शुरुआती स्तर के मॉडल ग्राहकों को नहीं लुभा पा रहे हैं।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा को हाल में उतारी गई अपनी एक्सयूवी700 के लिए जिस तरह की प्रतिक्रिया मिल रही है, उससे पता चलता है कि खरीदार बाजार के नए मॉडलों के लिए इंतजार करने को तैयार हैं। एक्सयूवी 700 की महज तीन घंटों (दो दिन की बुकिंग अवधि) में 50,000 से अधिक बुकिंग हो गईं।
एमऐंडएम के मुख्य कार्याधिकारी (वाहन खंड) विजय नकरा ने कहा कि ग्राहकों की पूछताछ 74 फीसदी और बुकिंग 300 फीसदी बढ़ी हैं। उन्होंने कहा, ‘1.5 लाख से अधिक ग्राहक अपने पसंदीदा वाहनों का इंतजार कर रहे हैं।’ दुनिया भर में सेमीकंडक्टर की कमी समेत आपूर्ति शृंखला की अड़चनों के बावजूद एमऐंडएम नवोन्मेषी समाधानों के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है ताकि जल्द से जल्द डिलिवरी की जा सकें। महिंद्रा का अनुमान है कि अब आगे चिप की किल्लत दूर होगी। कंपनी की थार की 75,000 से अधिक बुकिंग आ चुकी हैं और इसमें तगड़ा रुझान बना हुआ है। नकरा ने कहा कि एक्सयूवी300 और हाल में उतारी गई बोलेरो नियो ग्राहकों को खूब लुभा रही हैं।
