ट्रैक्टरों की बिक्री दिसंबर 2020 के दौरान तकरीबन 41 प्रतिशत तक बढ़कर 71,740 इकाई तक पहुंच गई है, जबकि दिसंबर 2019 में 50,803 इकाइयों की बिक्री हुई थी। हालांकि अप्रैल के बाद से निरंतर वृद्धि दर्ज करने के उपरांत माह-दर-माह बिक्री के लिहाज से इस महीने लगातार दूसरी बार गिरावट आई है। उद्योग के भागीदारों का कहना है कि रबी के अधिक रकबे, खरीद में सरकार के समर्थन और ग्रामीण विकास योजनाओं आदि द्वारा इस मांग का संचालन हुआ है।
ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (टीएमए) के आंकड़ों के अनुसार ट्रैक्टर विनिर्माताओं ने दिसंबर 2020 में 71,740 इकाइयों (10,491 इकाइयों के निर्यात समेत) की बिक्री की, जबकि दिसंबर 2019 में 50,803 इकाइयों (7,997 इकाइयों के निर्यात समेत) की बिक्री हुई थी। नवंबर 2020 में ट्रैक्टरों की कुल बिक्री लगभग 89,530 इकाई (7,200 इकाइयों के निर्यात समेत) रहने का अनुमान था। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर 2020 के दौरान ट्रैक्टरों की खुदरा बिक्री में 35.49 प्रतिशत की उछाल आई है, जो वर्ष 2019 में 51,004 इकाइयों के मुकाबले बढ़कर 69,105 इकाई हो गई है।
फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा कि ट्रैक्टर आपूर्ति में लगातार छह महीने बेहतर प्रदर्शन हुआ है जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि ग्रामीण भारत देश के आर्थिक सुधारों की अगुवाई कर रहा है। टीएमए के आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2020 में उत्पादन 91,969 इकाई रहा, जबकि दिसंबर 2019 के दौरान 49,320 इकाइयों का उत्पादन हुआ था।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा लिमिटेड के कृषि उपकरण क्षेत्र के अध्यक्ष हेमंत सिक्का ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा खरीफ खरीद और ग्रामीण विकास योजनाओं में मदद, रबी के अधिक रकबे के कारण मांग में निरंतरता के पूर्वानुमान और प्रमुख ओईएम द्वारा ट्रैक्टर के दामों में इजाफे की घोषणा तथा त्योहारी सत्र के बाद चैनल इंवेंट्री की बहाली से थोक बिक्री में लगातार मजबूती बनी हुई है।
उनकी कंपनी ने दिसंबर 2020 के दौरान घरेलू बाजार में 21,173 ट्रैक्टरों की बिक्री की, जो पिछले साल के मुकाबले 23 प्रतिशत अधिक रही। निर्यात बाजार में कंपनी ने 1,244 ट्रैक्टर बेचे, जो पिछले साल की तुलना में 60 रहे।
एस्कॉर्ट्स लिमिटेड एग्री मशीनरी सेगमेंट (ईएएम) ने दिसंबर 2020 के दौरान 7,733 ट्रैक्टर बेचे, जो दिसंबर मे कंपनी की अब तक की सबसे अधिक बिक्री रही और दिसंबर 2019 में बेचे गए 4,114 ट्रैक्टरों के मुकाबले 88 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई।