बिजनेस स्टैंडर्ड के वार्षिक शिखर सम्मेलन ‘बिजनेस स्टैंडर्ड मंथन’ के पहले एडिशन की आज बुधवार (27 मार्च) से शुरुआत हो गई है। दो दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन की शुरुआत में बीएस के पूर्व एडिटर और चेयरमैन TN Ninan और डायरेक्टर Akila Urankar ने एडिटोरियल डायरेक्टर A K Bhattacharya के साथ इस मीडिया हाउस की ब्रांड इक्विटी को लेकर चर्चा की।
TN Ninan और Akila Urankar ने कहा, “गुणवत्ता और सत्यनिष्ठा के मानदंडों पर खरे रहना और विश्वसनीयता बनाए रखना यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि मीडिया हाउस की ब्रांड इक्विटी बरकरार रहे और वे ” डिसीजन मेकर ” की पहली पसंद हों।”
बिजनेस स्टैंडर्ड को हुए पूरे 50 साल
27 मार्च, 2024 को बिजनेस स्टैंडर्ड अपने 50वें साल में प्रवेश कर रहा है। नाइनन और उरानकर ने ‘बिजनेस स्टैंडर्ड मंथन’ (Business Standard Manthan 2024) के दौरान इस बिजनेस अखबार की चुनौतियों, सफलताओं और भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए प्रकाशन की उल्लेखनीय यात्रा पर विचार किया।
बिजनेस स्टैंडर्ड 1975 में कलकत्ता में आनंद बाजार पत्रिका समूह की एक इकाई के रूप में स्थापित हुआ था। बिजनेस स्टैंडर्ड ने बिजनेस जर्नलिज्म में एक नेशनल पावर हाउस बनने के मिशन पर काम शुरू किया।
इकोनॉमिक टाइम्स में एक सफल कार्यकाल के बाद 1992 में बीएस में शामिल हुए TN Ninan ने उन शुरुआती दिनों को याद किया जब बिजनेस स्टैंडर्ड एक क्षेत्रीय पत्रिका से एक नेशनल अखबार में परिवर्तित हुआ था।
नाइनन ने कहा, “टॉप एंड, गंभीर पाठकों और नीति निर्माताओं तक अपनी पहुंच बढ़ाना हमारा स्पष्टउ द्देश्य था।”
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य विश्वसनीयता और अथॉरिटी का निर्माण करना है, यह सुनिश्चित करना है कि बिजनेस स्टैंडर्ड में छपी हर खबर सत्य और सटीक हो।”
मोबाइल इंडस्ट्री से बिजनेस स्टैंडर्ड में कदम रखने वाली अकिला उरानकर ने कहा की हमारा उद्देश्य एक बड़ी टीम बनाना और पूरे देश में अपने फुटप्रिंट का विस्तार करना था।
उन्होंने चर्चा के दौरान कहा “हमने नए एडिशन लॉन्च किए, टीमें बनाईं और प्रतिभाओं को निखारा, बिजनेस स्टैंडर्ड को एक पैन इंडिया अखबार में बदल दिया।”
नाइनन और उरानकर ने लगातार विकसित हो रहे मीडिया परिदृश्य में आगे रहने के लिए टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को अपनाने के महत्व पर बात की।
TN Ninan ने कहा, “भारतीय होने के नाते हमें पिछले 49 वर्षों में अपनी प्रगति पर गर्व होना चाहिए।” साथ ही उन्होंने कहा, “ लेकिन अगले 50 वर्षों में प्रगति करने के लिए हमें तकनीकी प्रगति को अपनाना होगा और गुणवत्ता और विश्वसनीयता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखनी होगी।”
बता दें कि बिजनेस स्टैंडर्ड भारत मंडपम में दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। संपूर्ण कवरेज के लिए, hindi.business-standard.com पर लॉग ऑन करें