वित्त वर्ष 2007-08 के लिए टैक्स रिटर्न जमा करने की अंतिम तारीख को अब दो सप्ताह से भी कम समय बचे हैं।
लिहाजा अंतिम दिनों में होने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए आयकर विभाग ने पूरे देश में विशेष काउंटर की शुरुआत की है। टैक्स रिटर्न जमा करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई है।
शहर में टैक्स रिटर्न प्राप्त करने के लिए विभाग द्वारा बनाए गए विशेष कैंपों में टैक्स रिटर्न तैयार करने वालों के लिए काफी जगह मुहैया कराई गई है। कैंप में ही टैक्स फाइल करने वालों की मदद के लिए टैक्स रिटर्न तैयार करने वालों (टीआरपी) की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, विभिन्न कांउटरों पर विभाग द्वारा आयकर संबंधी मुद्दों पर सरल भाषा में लिखी गई पुस्तिका भी उपलब्ध कराई जा रही है।
उन पुस्तिकाओं में कर राशि का कैसे आंकलन करें, अनुषंगी लाभ कर और पूंजीगत लाभ कर जैसी अन्य मुद्दों को समाहित किया गया है। बहरहाल, विभाग को इस बात की पूरी उम्मीद है कि वर्ष 2008-09 में करीब 3 करोड़ रुपये रिटर्न के रूप में प्राप्त किए जाएंगे। मसलन, उतना ही रिटर्न जितना पिछले साल हासिल किए गए थे। यह भी उम्मीद की जा कि इस साल करीब 50 लाख रुपये का रिटर्न ऑन लाइन जमा किया जाएगा।
जबकि पिछले साल ऑन-लाइन से 2.2 मिलियन ही रिटर्न जमा किए गए थे। हालांकि, मौजूदा साल के दौरान अभी तक 450,000 ई-रिटर्न भरे जा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि कोई व्यक्ति स्वेच्छा से ई-रिटर्न भर सकता है लेकिन कंपनियों के लिए ई-फाइलिंग अनिवार्य है। क्योंकि ई-रिटर्न संबंधी प्रक्रिया में आने वाली शुरुआती झटकों को निपटा लिया गया है, इसलिए आयकर विभाग चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा रिटर्न ऑन-लाइन भरे जाएं ताकि रिफंड की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके।
मालूम हो कि ई-फाइलिंग को साल 2004-05 में शुरू किया गया था, लेकिन आज भी पेपर रिटर्न का वर्चस्व बना हुआ है। टैक्स रिटर्न तैयार करने वाले इस बात को मानते हैं कि पहले के मुकाबले रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में वृध्दि हुई है।
विभाग के अधिकारी ने बताया कि एक आंकड़े के मुताबिक पिछले साल 2,500 सक्रिया रिटर्न तैयार करने वालों ने करीब 40,000 रिटर्न भरे थे। जबकि इस साल इसकी संख्या 100,000 को पार करने की उम्मीद है। बंगलुरु स्थित एक टीआरपी ने बताया,’साल 2007-08 में हमने 500 रिटर्न भरे थे। जबकि इस साल अभी ही 500 रिटर्न भर चुका हूं और उम्मीद करता हूं कि 31 जुलाई तक 500 रिटर्न और भरूंगा।’